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इन शिक्षकों को नहीं लगानी होगी ‘ई-अटेंडेंस’, जारी किया गया पत्र

MP News: शिक्षक नेटवर्क समस्या और डेटा लीक की आशंका को लेकर शिक्षक हाईकोर्ट में इस अनिवार्यता को चुनौती दे रहे हैं....

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सतना

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Astha Awasthi

Dec 18, 2025

e-attendance

e-attendance (Photo Source - Patrika)

MP News: मध्य प्रदेश (MP) में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए 'हमारे शिक्षक' ऐप के ज़रिए ई-अटेंडेंस (E-Attendance) अनिवार्य है, जिसे 1 जुलाई 2025 से लागू किया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि इसके न लगाने पर शिक्षकों की सैलरी रोकी जा सकती है और कार्रवाई भी हो सकती है, हालांकि नेटवर्क समस्या और डेटा लीक की आशंका को लेकर शिक्षक हाईकोर्ट में इस अनिवार्यता को चुनौती दे रहे हैं, जिस पर सुनवाई चल रही है।

इन सबके बीच सतना शहर में शासकीय शिक्षा महाविद्यालय के बीएड-एमएड प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को ई-अटेंडेंस से मुक्त रखा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया व अनूपपुर को इस बारे में पत्र जारी किया गया है। पूर्व में समस्त डीईओ ने प्रशिक्षु शिक्षकों के लिए महाविद्यालय की लोकेशन पर ई-अटेंडेंस अनिवार्य कर दिया था।

इस तरह की आ रही समस्या

  • बीएड-एमएड प्रशिक्षणार्थियों को महाविद्यालय के लिए कार्यमुक्त किया है। वे प्रशिक्षण संस्थान में रहते हुए अपने पूर्व संस्था से 'हमारे शिक्षक एप' पर ई-अटेंडेंस नहीं लगा सकते है।
  • प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति प्रतिमाह तैयार कर संबंधित संकुल केन्द्रों को नियमित भेजी जाती है, जिसके आधार पर वेतन आहरण किया जाता है।
  • बीएड-एमएड द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थी विभिन्न स्कूलों में इंटर्नशिप व पर्यवेक्षण कार्य के लिए अलग-अलग समय पर सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक उपस्थित रहते हैं। इसके बाद महाविद्यालय आते हैं।

ई-अटेंडेंस पर सरकार का पक्ष

सरकार का कहना है कि ऐप सुरक्षित है और डेटा लीक का कोई खतरा नहीं है। संक्षेप में, MP में शिक्षकों के लिए ई-अटेंडेंस एक लागू प्रणाली है, लेकिन इसके क्रियान्वयन और तकनीकी पहलुओं को लेकर विवाद और चुनौतियां बनी हुई हैं, जिस पर अदालती कार्यवाही जारी है।