सवाई माधोपुर

एक कमरे में संचालित हो रही पहली से पांचवीं तक कक्षाएं!

एक कमरे में संचालित हो रही पहली से पांचवीं तक कक्षाएं!

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सवाईमाधोपुर के निकट राप्रावि बोरिफ में एक कमरे में बैठे बच्चे व रखा सामान।

सवाईमाधोपुर. एक तरफ तो सरकार सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के भरकस प्रयास कर रही है, तो दूसरी सरकारी स्कूलों में शिक्षा के हालात कितने बदहाल है। ऐसा ही मामला जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर राजकीय प्राथमिक विद्यालय बोरिफ में देखने को मिल रहा है। यहां वर्तमान में एक ही कमरे में पहली से पांचवीं तक कक्षाएं संचालित हो रही है। इससे नौनिहालों को बैठने व अध्ययन में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

ये है स्कूल में नामांकन की स्थिति
वर्तमान में राप्रावि बोरिफ में कुल 23 बच्चो का नामांकन है। इनमें बालक सात व बालिकाएं 17 अध्ययनरत है। ऐसे में पहली से पांचवीं कक्षा तक के सभी बच्चो की पढ़ाई एक ही कमरे में हो रही है।

बारिश में होती है ज्यादा दिक्कत
स्कूल से मिली जानकारी के अनुसार यहां बारिश के समय और भी ज्यादा दिक्कत होती है। कमरे की छत से बारिश का पानी कमरे रिसता रहता है। इससे बच्चो को बैठने में भी परेशानी होती है। जानकारी के अनुसार यहां बारिश के दौरान बच्चो को बाहर ही बिठाकर पढ़ाई करवानी पड़ती है।

प्रधानाचार्या के भरोसे चल रही पढ़ाई
विद्यालय में दो स्टॉफ के पद है। इसमें एक प्रधानाचार्या व एक अध्यापिका है। लेकिन अध्यापिका डिलेवरी के चलते चार महीने अवकाश पर है। ऐसे में दो महीने से स्कूल नहीं आ रही है, जबकि दो महीने और नहीं आएगी। ऐसे बच्चो की पढ़ाई प्रधानाचार्या के भरोसे ही चल रही है।

कक्ष में ही रखा है पूरा सामान
यहां जिस कमरे में बच्चो को बिठाकर पढ़ाया जा रहा है, उसी कमरे में अलमारी, कुर्सी, टेबल, बक्शे सहित अन्य सामान रखा है, जबकि विद्यालय की ओर से एक कक्ष आंगनबाड़ी केन्द्र को दे रखा है। ऐेसे में बच्चो को बैठने में ज्यादा परेशानी होती है।

कराएंगे अवगत
कक्षों के अभाव में स्कूल में एक ही कमरे पांच कक्षाएं संचालित करनी पड़ रही है। कमरे में ही विद्यालय का सामान रखा है। ऐसे में बच्चो को बैठने में परेशानी होती है।यहां तीन कमरे की और आवश्यकता है। इसको लेकर शिक्षा विभाग को अवगत कराएंगे।
मोनिका जैन, प्रधानाचार्या, राप्रावि बोरिफ

इनका कहना है
बोरिफ स्कूल में एक ही कमरे में पांच कक्षाएं संचालित हो रही है। इस बारे में अभी तक लिखित में कोई पत्र नहीं आया है। जैसे ही कोई पत्र आएगा तो राज्य सरकार को प्रस्ताव बनाकर कक्षों का निर्माण कराया जाएगा।
राधेश्याम मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, सवाईमाधोपुर

Published on:
20 Feb 2020 12:20 pm
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