
बौंली . कस्बे में अतिक्रमण से नाराज लोगों ने गुरुवार को शव को मुख्य निवाई रोड पर रखकर प्रदर्शन किया। कृषि मंडी के पास गैरमुमकिन श्मशान भूमि पर कथित अतिक्रमण के चलते रास्ता अवरूद्ध होने के कारण लोग नाराज थे। गौरतलब है कि बौंली कस्बे में खटीक समाज के एक व्यक्ति की मौत गुरूवार को हो गई थी लेकिन श्मशान के रास्ते पर अतिक्रमण के कारण अंतिम संस्कार नहीं हो सका।
मामले को लेकर समाज के लोगों ने कब्जाधारक से बातचीत कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन बात न बनने के बाद घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए बौंली तहसीलदार महेन्द्र मीना, एसएचओ सतीश वर्मा व सरपंच राजेश गोयल मौके पर पहुंचे। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा लगभग दो घंटे तक दोनों पक्षों के मध्य समझाइश का प्रयास किया। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। जिससे पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया।
जेसीबी चलाकर निकाला रास्ता : मामले को बिगड़ता देख बौंली प्रशासन ने जेसीबी मशीन बुलवाकर रास्ते पर हो रहे अतिक्रमण को ध्वस्त कर श्मशान का रास्ता खुलासा किया। दोनों पक्षों में सामंजस्य नहीं होने के कारण प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए अतिक्रमण हटवाया व समाज के लोगों को श्मशान भूमि पर ही अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए।
रोड पर की गई अंत्येष्टि की तैयारीदो घंटे तक चली समझाइश के बाद भी जब कब्जाधारक द्वारा श्मशान के लिए रास्ता नहीं दिया गया तो समाज के लोग उग्र हो गए तथा विवादित अतिक्रमण की दुकानों के चबूतरे पर लकडिय़ा व कण्डे जमाकर अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। घटना को गंभीरता से लेते हुए एसएचओ सतीश वर्मा, तहसीलदार महेंद्र मीणा व सरपंच राजेश गोयल ने समाज के लोगों से समझाइश कर मौके से लकडिय़ा हटवाई। जिसके बाद गुस्साए लोगो ने बड़ी मुश्किल से सरपंच की बाथ मानी और अपना निर्णय को वापिस लेते हुए शव को सड़क से उठा लिया। जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।
Updated on:
03 Feb 2018 09:56 pm
Published on:
03 Feb 2018 01:21 pm
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