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जिला परिषद सदस्य की सड़क दुर्घटना में संदिग्ध मौत का मामला.,ठगों का नहीं लगा सुराग

जिला परिषद सदस्य की सड़क दुर्घटना में संदिग्ध मौत का मामला.,ठगों का नहीं लगा सुराग

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मलारना डूंगर थाने में चर्चा करतेे पुलिस अधिकारी।

पुलिस के हाथ लगा अहम सुराग
आरोपित जल्द बेनकाब
मलारना डूंगर कांग्रेस जिला परिषद सदस्य गिर्राज मीना की सड़क दुर्घटना में संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा है। सूत्रों की माने तो यह मामला सड़क दुर्घटना का न होकर षडय़ंत्र रच हत्या करने का मामला बनता नजर आ रहा है। पुलिस का दावा है कि शीघ्र ही घटनाक्रम को अंजाम देने वाले आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे। हादसे के दिन से पूरे मामले की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे पुलिस अधीक्षक मामन सिंह ने बुुधवार देर शाम मलारना डूंगर थाने पहुंच कर थाना प्रभारी बृजेन्द्र सिंह से पूरे मामले की जानकारी ली। इस दौरान ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक सम्पत सिंह भी एसपी के साथ रहे।

एसपी ने थाने में थाना प्रभारी व घटनाक्रम के खुलासे में लगी स्पेशल टीम के सदस्यों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। गौरतलब है कि 6 जनवरी सुबह 8 बजे गम्भीरा स्थित अपने घर से पैदल भाड़ौती के लिए निकले कांग्रेस जिला परिषद सदस्य गिर्राज मीना की सड़क हादसे में संदिग्ध मौत हुई थी। मामले की गम्भीरता को देखते हुए घटना वाले दिन भी पुलिस अधीक्षक मामन सिंह ने स्वयं घटनास्थल का मौका देख कर थाना प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिए थे।

उधर, मृतक के पुत्र विरेन्द्र मीना ने अपने पिता की हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए अपने ही जीजा पर षडय़ंत्र रचने का शक जाहिर करते हुए मलारना डूंगर थाने में मामला दर्ज कराया था। मृतक पुत्र की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने के बाद घटना के दूसरे पहलू पर भी जांच शुरू की थी। जांच के दौरान बुधवार को पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा है।


अहम सुराग हाथ लगे
पुलिस जांच में अहम सुराग हाथ लगे हैं। शीघ्र ही घटनाक्रम को अंजाम देने वाले पुलिस की पकड़ में होंगे।
मामन सिंह,
पुलिस अधीक्षक, सवाईमाधोपुर


ठगों का नहीं लगा सुराग
गंगापुरसिटी. एक युवक से 48 हजार रुपए ठगने के मामले में बुधवार को दूसरे दिन भी पुलिस ठगों का सुराग नहीं लगा सकी। पुलिस का दावा है कि मामले की जांच कर टीम गठित कर दी गई है। शीघ्र ही आरोपी पकड़े जाएंगे। थानाधिकारी दीपक ओझा ने बताया कि मामले की जांच कर सीसीटीवी फुटेज आदि को देखा जा रहा है। वहीं इस मामले में टीम का गठन किया गया है। शीघ्र ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

गौरतलब है कि मंगलवार को यहां पंजाब नेशनल बैंक में एक युवक मुकेश माली 48 हजार रुपए जमा कराने आया था। दो जनों ने उससे पूछा की एक बार में कितने रुपए जमा होते हैं, उसके द्वारा 49 हजार रुपए जमा होने की जानकारी देने पर अज्ञातजनों ने उनके पास चोरी के डेढ़ लाख रुपए होने की बात कही। साथ ही कहा कि वह उन पैसों को अपने खाते में जमा करा दे और उसके पास के 48 हजार रुपए उन्हें दे दे। बाद में इन पैसों को बांट लेंगे। उन्होंने रुमाल में रखी गड्डी भी दिखाई, जिस पर 500 रुपए का नोट लगा था। उसने खुद के 48 हजार रुपए दे दिए और रुमाल में बंधे पैसे ले लिए। उनके जाने के बाद जब उसने रुमाल को खोलकर देखा तो उसमें केवल रद्दी कतरन की गड्डी निकली।