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गर्मी का सितम, बिजली कटौती निकाल रही ‘दम’

भीषण गर्मी के दौर में अघोषित बिजली कटौती ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। विद्युत वितरण निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का रवैया तो मानो लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम रहा है।

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ashish Sain

Jun 04, 2016


भीषण गर्मी के दौर में अघोषित बिजली कटौती ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। विद्युत वितरण निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का रवैया तो मानो लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम रहा है। हालात से शहरवासियों में विद्युत निगम के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। शहर में शुक्रवार को भी यही हाल रहा।


अचरज की बात यह है कि निगम अधिकारी इस समय शहर में बिजली आपूर्ति को पूरी तरह दुरुस्त बता रहे है। लेकिन शहर में विभिन्न हिस्सों में रोजाना घंटों तक अघोषित बिजली कटौती हो रही है। दिन हो या रात। कब बिजली गुल हो जाए कोई पता नहीं। बिजली गुल होने पर कई घंटों तक आपूर्ति बहाल नहीं होती है। शहर में पिछले 48 घंटों में कई बार अघोषित बिजली कटौती की गई है। ऐसे में गर्मी से राहत के लिए पंखे कूलर नहीं चल पाते। लोग परेशान हैं कि बिजली गुल की शिकायत के लिए फोन करने पर कॉल तक अटेंड नहीं किए जाते हैं।


बिजली पर आधारित व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में भी कम्प्यूटरों पर काम नहीं हो पाता है। शुक्रवार दोपहर शहर में दोपहर 12 बजे से करीब एक घंटे तक बिजली गुल रही। इसके अलावा दिन भर आंख मिचौनी का खेल चलता रहा। लोग परेशान रहे।


सालोदा व उदेई मोड़ क्षेत्र में हालात सबसे खराब

सालोदा जीएसएस से जुड़े क्षेत्रों में हालात काफी बदतर है। उदेई मोड़, कर्मचारी कॉलोनी, सालोदा, राजकीय महाविद्यालय क्षेत्रों में रोजाना छह से सात घंटे अघोषित कटौती हो रही है। शुक्रवार को भी दिन में सुबह 11 बजे से दोपहर ढाई बजे तक कटौती रही। इसके अलावा शाम को छह बजे से आठ बजे तक बिजली गुल रही। गुरुवार शाम को छह बजे से दस बजे व रात 11 बजे से दो बजे तक बिजली बंद रही। गर्मी में बिजली बंद होने से लोग काफी परेशान रहते हैं। इधर शहरी क्षेत्र में भी दिन में कई बार बिजली गुल रहती है।


बिजली गुल होने से लोग जहां परेशान है वहीं कर्मचारियों व अधिकारियों को लापरवाही भरा रवैया भी लोगों में आक्रोश पैदा कर रहा है। लोगों ने बताया कि बिजली गुल होने पर निगम कार्यालय या अभियंताओं से जानकारी लेने के लिए फोन किया जाता है तो वे फोन ही नहीं उठाते। कई बार तो इनका फोन स्विच ऑफ आता है।


औद्योगिक क्षेत्र में भी घंटों तक कटौती

औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के संचालन के लिए बिजली आपूर्ति काफी महत्त्वपूर्ण है। सरकार की ओर से उद्योगों को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति के विशेष निर्देश दिए हुए हैं। लेकिन शहर के औद्योगिक क्षेत्र के हालात गांवों से भी बदतर है। रोजाना कई घंटों तक बिजली आपूर्ति बंद रहती है। ऐसे में उद्यमी भी परेशान है। उद्योगों में काम-काज प्रभावित हो रहा है। लेकिन निगम की ओर से इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा। निगम अधिकारियों से जब कटौती का कारण पूछा जाता है तो वे लाइन फॉल्ट होने के बात कह पल्ला झाड़ लेते हैं। औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन लाइन फॉल्ट होना भी निगम के मेंटीनेंस कार्यों की पोल खोलते हैं।


मुझे कुछ नहीं कहना

बिजली कटौती के संबंध में मुझे कुछ नहीं कहना है। आप इस संबंध में सहायक अभियंता या अधीक्षण अभियंता से ही बात करें।

रामखिलाड़ी मीना,

अधिशासी अभियंता, विद्युत निगम, गंगापुर सिटी।


फोन नहीं उठाना गलत

कर्मचारियों व अभियंताओं की ओर से फोन नहीं उठाना गलत बात है। इस संबंध में उन्हें विशेष निर्देश दिए जाएंगे। वैसे ऊपर से कटौती कहीं भी नहीं है। स्थानीय स्तर पर कोई खराबी आ जाती होगी तो अलग बात है। मामले में अभियंताओं से जानकारी ली जाएगी।

मूलचंद, अधीक्षण अभियंता, विद्युत निगम, सवाईमाधोपुर।