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हंगामें के बाद भेजी रोडवेज बस

हंगामें के बाद भेजी रोडवेज बस,अधिकारियों की अनदेखी... खण्डार के लिए रात को समय पर नहीं जाती है बस

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 हंगामा करते यात्री।

सवाईमाधोपुर मंगलवार रात को समय पर बस नहीं निकालने पर हंगामा करते यात्री।

सवाईमाधोपुर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम अधिकारियों की अनदेखी के चलते सवाईमाधोपुर से खण्डार मार्ग पर संचालित रोडवेज बस समय पर नहीं जाने से यात्रियों को असुविधा हो रही है। मंगलवार रात को खण्डार के लिए रोडवेज बस नहीं थी। इस पर उन्होंने डिपो पर कार्यरत कर्मचारियों से बस के बारे में पूछा तो उन्होंने अभद्रता की। इस पर गुस्साए यात्रियों ने डिपो पर प्रदर्शन कर हंगामा किया। बाद में डिपो मैनेजर से इस संबंध मेंं शिकायत की। ऐसे में रात करीब दस बजे बाद बस रवाना हुई। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।


अधिकारियों पर भारी चालक
यात्री मुकेश परित्या, सीताराम आदि ने बताया कि समय पर बस नहीं निकालने के मामले में डिपो अधिकारियों पर चालक-परिचालक भारी है। वह कई बार समय पर बस नहीं निकालते है। ऐसे में सवारियों को परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से दोपहर करीब दो बजकर 20 मिनट पर सवाईमाधोपुर से बालेर जाने वाली बस को बेवजह निरस्त कर दिया गया

। बालेर व खण्डार से आने के लिए यह अंतिम बस है। इसके निरस्त होने से खण्डार से सवाईमाधोपुर अपडाउन करने वाले दर्जनों यात्रियों को असुविधा होती है। डिपो अधिकारियों से शिकायत पर एक ही जबाब है कि चालक-परिचालक अनुपस्थित हो गया।


संसदीय सचिव व कलक्टर से की शिकायत
यात्रियों ने बताया कि सवाईमाधोपुर खण्डार मार्ग पर संचालित रोडवेज बसों के परिचक्र को आए दिन निरस्त करने के मामले में लोगों ने कई बार संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल व जिला कलक्टर केसी वर्मा व खण्डार एसडीएम से शिकायत भी, लेकिन फिर भी सुधार नहीं हो रहा है।


शाम ढलते ही नहीं है सुनने वाला
यात्री वृषभान मथुरिया, ललित मथुरिया, नरेन्द्र मथुरिया आदि ने बताया कि सवाईमाधोपुर से रात को आठ बजे खण्डार के लिए अंतिम बस है, लेकिन चालक परिचालकों की अनदेखी के चलते कई बार वे बस नहीं ले जाते है। चालक मनमर्जी से अनुपस्थित हो जाते है। ऐसे में वहां मौजूद चालक परिचालकों से पूछताछ करने पर अभद्रता करते है।

उन्होंने आरोप लगाया कि शाम सात बजे बाद डिपो के पूछताछ कक्ष व यातायात प्रबंधक कार्यालय आदि पर ताले लग जाते हैं। ऐसे में वहां यात्रियों की सुनने वाला कोई नहीं है। जबकि रात ग्यारह बजे तक जयपुरउदयपुर व अन्य स्थानों से बसें आती है। ऐसे में वहां कर्मचारियों का रहना जरूरी है। उन्होंने रात दस बजे पूछताछ कार्यालय खुला रखने की मांग की है।


सूचना मिलते ही भेज दी बस...
चालक अचानक से अनुपस्थित होने के कारण कार्यशाला से बस निकालने में देरी हो गई थी। सूचना मिलते ही बस को रवाना कर दिया था। अन्य आरोप निराधार है।
जोगेन्द्र सिंह, डिपो प्रबंधक रोडवेज डिपो सवाईमाधोपुर।