
पहली बार एंटीमैटर पर देखा गया गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव
पेरिस. यूरोप की भौतिकी प्रयोगशाला (सीईआरएम) के वैज्ञानिकों ने पहली बार वायुमंडल के चारों ओर दिखाई देने वाली रहस्यमय एंटीमैटर कणों को गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से नीचे गिरते देखा है। इस बारे में महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंसटीन ने 1915 में सापेक्षता के सिद्धांत में भविष्यवाणी की थी, लेकिन अब तक एंटीमैटर को नीचे गिरते नहीं देखा गया था।
वैज्ञानिकों का कहना है कि एंटीमैटर ब्रह्मांड बनने के शुरुआती दौर में बहुतायत में थे। अरबों साल पहले बिग बैंग के दौरान मैटर और एंटीमैटर समान रूप से बने। मैटर हर जगह है, लेकिन एंटीमैटर को खोजना बेहद मुश्किल है। बिग बैंग (जोरदार धमाका) ब्रह्मांड की रचना का वैज्ञानिक सिद्धांत है। वैज्ञानिकों इसके आधार पर इस पहेली को सुलझाने में जुटे हैं कि ब्रह्मांड कब और कैसे बना। वैज्ञानिक मैटर और एंटीमैटर की समानातओं और अंतर को खोजने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि ब्रह्मांड की उत्पत्ति को समझा जा सके। ताजा अध्ययन में पता चला कि गुरुत्वाकर्षण को लेकर इन दोनों की प्रतिक्रिया एक जैसी है।
अब गिरने की रफ्तार पर बढ़ी उत्सुकता
पहले माना जाता था कि एंटीमैटर गुरुत्वाकर्षण के कारण गिरने के बजाय ऊपर उठता है। पहली बार वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि एंटीमैटर नीचे की ओर गिरता है। इस खोज ने उनकी उत्सुकता और बढ़ा दी है। अब वे यह जानना चाहते हैं कि एंटीमैटर किस गति से नीचे गिरता है? बिग बैंग के वक्त मैटर और एंटीमैटर को एक हो जाना चाहिए था। ऐसा क्यों नहीं हुआ, यह भौतिकी का सबसे बड़ा रहस्य है।
मैटर से काफी अलग है एंटीमैटर
एंटीमैटर को दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है। यह मैटर से एकदम अलग होता है। मैटर एटम से मिलकर बना होता है। एटम में इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं। एटम के बीच में प्रोटॉन पॉजिटिव चार्ज होता है, न्यूट्रॉन में कोई चार्ज नहीं होता, जबकि इलेक्ट्रॉन नेगेटिव चार्ज होता है। दूसरी तरफ एंटीमैटर में एंटी-इलेक्ट्रॉन पॉजिटिव और एंटी-प्रोटॉन नेगेटिव चार्ज होता है।
Published on:
29 Sept 2023 12:24 am
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