
Ice Age Ends Secret
नई दिल्ली। एक वक्त ऐसा था जहां धरती के अधिकांश हिस्से में बर्फ की चादर बिछी हुई थी। तापमान काफी गिर गया था। इसे हिमयुग (Ice Age) के नाम से जाना जाता है। 13 हजार साल पहले इसका अंत भी होने वाला था, लेकिन अचानक हुए एक भयानक विस्फोट ने सबकुछ बदलकर रख दिया था। वैज्ञानिकों का पहले मानना था कि ऐसा उल्कापिंडों (Meteorite) के टकराव की वजह से हुआ था। हालांकि अब एक नए रिसर्च में पता चला कि ज्वालामुखी के फटने की (Volcanic Erouptions) वजह से हिमयुग 1200 साल आगे खिसक गया था।
शोधकर्ताओं ने टैक्सास (Texas) के पहाड़ी इलाकों में स्थित हॉल गुफाओं में 20,000 साल पुराने कुछ ऐसे अवसाद खोजे हैं। जिससे पता चला कि 13 हजार साल पहले, जब कनाडा में बर्फ की चादर पिघलने लगी थी और हिम युग खत्म होने वाला था। तभी कुछ बड़ी चीज धरती से टकराई थी। इस घटना से अचानक ठंडक बढ़ी जिससे हिमयुग 1200 साल आगे खिसक गया। इस विषय पर अध्ययन करने वाले अमेरिका के टेक्सास एएंडएम यूनिवर्सिटी के माइकल वाटर्स का कहना है कि ज्वालामुखी प्रस्फुटन के चलते हिमयुग आगे बढ़ गया था। आमतौर पर इसे खारिज किया जाता है क्योंकि इसके कोई जियोकैमिल फिंगरप्रिंट नहीं होते हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है कि ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद दुनिया भर में उसके महीन कण (Aerosols) फैल गए होंगे जिससे सूर्य से आने वाली किरणें ढक गईं। ऐसे में दुनिया भर में ठंडक बढ़ गई। हाल ही में गुफाओं से मिले अवसादों का आइसोटोपिक विश्लेषण किया गया तो पता चला कि इरिडियम, रूथेनियम, प्लैटीनियम, पैलैडियम, और रहेनियम जैसे तत्व सही अनुपात में मौजूद नहीं थे। इसलिए ये उल्कापिंड के टकराने से नहीं बल्कि ज्वालामुखी के फटने से ही आगे बढ़े थे।
Published on:
06 Aug 2020 02:31 pm
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