
गूगल प्ले सर्विस के सेवा शुल्क में हुई कमी, स्टार्टअप्स को होगा फायदा
नई दिल्ली। गूगल ने ऐप डेवलपर्स के लिए प्रतिवर्ष 10 लाख अमरीकी डॉलर तक की आय पर गूगल प्ले सर्विस का सेवा Google Play service शुल्क घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया है। गूगल प्ले पर वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री करने वाले डेवलपर्स को इस फैसले से काफी राहत मिलेगी। गूगल ने कहा कि सेवा शुल्क में कटौती एक जुलाई से प्रभावी होगी। वहीं, दस लाख डॉलर से अधिक आय पर 30 प्रतिशत तक कमीशन लिया जाएगा। गूगल के अनुसार, इस बदलाव से वैश्विक स्तर पर 99 प्रतिशत डेवलपर्स जो डिजिटल सामान बेचते हैं और प्ले के साथ सेवाएं देते हैं, उनकी फीस में 50 प्रतिशत की कमी होगी। क्योंकि ये 10 लाख अमरीकी डॉलर की सीमा से नीचे हैं।
97 फीसदी हैं फ्री-
वैश्विक स्तर पर 97 प्रतिशत से ज्यादा ऐप डिजिटल सामान नहीं बेचते, इसलिए उनसे सेवा शुल्क नहीं लिया जाता है। गूगल प्ले के लिए सेवा शुल्क उन डेवलपर्स पर लागू है, जो डिजिटल सेवाओं की इन-ऐप बिक्री की पेशकश करते हैं।
ऐप्स को दिया समय-
भारत में जो डेवलपर्स डिजिटल सामान बेचते हैं, पर अभी तक प्ले की बिलिंग प्रणाली के साथ एकीकृत नहीं हैं, उनके पास 31 मार्च, 2022 तक का समय है। एंड्रॉयड व गूगल प्ले के उपाध्यक्ष समीर सामत ने कहा कि भारत में हजारों डेवलपर्स इस बदलाव का लाभ प्राप्त करना शुरू कर सकते हैं।
ऐप स्टोर करेगा लॉन्च-
ऐप स्टोर में गूगल और एपल के एकाधिकार को देखते हुए भारत खुद का ऐप स्टोर लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इससे ग्राहकों को विकल्प मिल सकेगा। देश में एंड्रॉयड के पास 97त्न बाजार है। इसलिए सरकार चाहती है कि भारतीय स्टार्टअप को एक हैंड होल्डिंग दी जाए, जिससे वे इसमें काम कर सकें।
क्यों झुका गूगल-
दुनियाभर में गूगल, फेसबुक, एपल जैसी कंपनियों पर नियामकों व स्टार्टअप्स का दबाव है। अक्टूबर में 15 भारतीय स्टार्टअप्स के संस्थापकों ने कॉम्पीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया से मुलाकात में सेवा शुल्क को अधिक बताया। अमरीकी संसद की एक उपसमिति ने जुलाई 2020 में पाया कि गूगल जैसी टेक कंपनियां प्रतिस्पर्धी माहौल बनाने में सहयोग नहीं कर रही हैं।
Published on:
20 Mar 2021 03:01 pm
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