20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लंबे समय से अंतरिक्ष में रहने से मुश्किल में फंसी सुनीता विलियम्स, नई बीमारी से घिरी

जून के पहले सप्ताह में 8 दिन के लिए आइएसएस पर गईं सुनीता और उनके साथी बुच विल्मोर की वापसी स्टारलाइनर में आई गड़बड़ी के चलते लगातार टलती आ रही है।

2 min read
Google source verification

वाशिंगटन. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) पर मौजूद भारतीय मूल की अमरीकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ताजा रिपोर्ट में सामने आया है कि लंबे समय तक माइक्रोगे्रविटी में रहने से 58 वर्षीय सुनीता की आंखों में दिक्कत हो रही है। इसे स्पेसफ्लाइट एसोसिएटेड न्यूरो ऑकुलर सिंड्रोम (एसएएनएस) भी कहा जाता है। इसमें शरीर में फ्लूइड डिस्ट्रीब्यूशन प्रभावित होता है, जिससे आंखों में रोशनी की दिक्कत आ सकती है। एसएएनएस में धुंधलापन और आंखों की संरचना में बदलाव भी संभव है। विलियम्स की आंख के कॉर्निया, रेटिना और लेंस की जांच की गई है, ताकि स्थिति की गंभीरता का आकलन किया जा सके। जून के पहले सप्ताह में 8 दिन के लिए आइएसएस पर गईं सुनीता और उनके साथी बुच विल्मोर की वापसी स्टारलाइनर में आई गड़बड़ी के चलते लगातार टलती आ रही है और अब अगले वर्ष फरवरी में उनके लौटने की संभावना है। नासा अब स्पेसएक्स के क्रू ड्रेगन जैसे विकल्पों पर विचार कर रहा है।
सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को अंतरिक्ष में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रिपोट्र्स के मुताबिक 58 वर्षीय सुनीता को आंखों से जुड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी आंखों के रेटिना, कॉर्निया और लेंस का स्कैन किया गया है।

वापसी के लिए सूट भी बदलना पड़ेगा
सुनीता और बुच को लेने स्पेसएक्स का क्रू ड्रेगन सितंबर में जा सकता है। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के इसी मिशन से अगल वर्ष फरवरी में लौटने की संभावना है। वापसी को लेकर एक और चुनौती है स्पेस सूट। क्योंकि बोइंग के स्टारलाइनर के लिए डिजाइन किए गए स्पेससूट, स्पेसएक्स क्रू ड्रेगन के लिए उपयुक्त नहीं हैं। ऐसे में दोनों ही यात्रियों को स्टारलाइनर का सूट त्यागना होगा। रिपोर्ट के मुताबिक नासा क्रू-9 ड्रेगन मिशन के लिए स्पेसएक्स सूट भेजने पर विचार कर रहा है।