
वैज्ञानिकों ने बनाया ऐसा उपकरण जो आवाज से पहचान लेगा कोरोना वायरस
हैल्थ तकनीक विकसित करने वाली एक कंपनी ने कोरोना वायरस की पहचान के लिए ऐसी तकनीक विकसित की है जिसमें सलाइवा देने की भी जरुरत नहीं है। यह तकनीक महज हमारी आवाज के सैंपल की जांचकर यह बताने में सक्षम है कि व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं? 'वोकलिस' नाम की यह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित तकनीक महामारी के दौरान सरल समाधान लेकर आई है।
512 विशेषताओं पर करती है जांच
हैल्थ को एआइ से जोडऩे वाली इस कंपनी की यह तकनीक किसी व्यक्ति की आवाज का इस्तेमाल करके कथित तौर पर कोरोना वायरस का अनुमान लगाती है। इसकी प्रक्रिया बहुत सरल है और केवल संबंधित व्यक्ति की आवाज का नमूना लेना होता है। इसके बाद तकनीक आवाज से जुड़ी 512 विशेषताओं की अपने डेटाबेस से जांच करती है। वह इनकी स्पेक्ट्रोग्राम द्वारा छवियों के रूप में अलग-अलग व्याख्या भी करती है।
81.2 फीसदी है सटीकता
इसमें कोविड लक्षणों की विशेषताओं की पहचान करने के लिए व्यक्ति को 50 से 70 तक गिनती करने का निर्देश दिया जाता है। वोकलिस की सह-संस्थापक डॉ. शेडी हसन ने बताया कि यह तकनीक लोगों की गोपनीयता का सम्मान करती है। इसमें विभिन्न भाषाओं के 2 लाख 75 हजार से ज्यादा डेटा सेट हैं। इसकी एल्गोरिथम तकनीक की सटीकता 81.2 फीसदी है।
Published on:
04 Apr 2021 04:42 pm
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