
नई दिल्ली। कुछ दिनों पहले ब्रिटेन में पूर्व रूसी जासूस और उनकी बेटी पर एक केमिकल से हमला किया गया था जिसमें नर्व एजेंट का इस्तेमाल होने की बात की गई थी। इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस की आलोचना भी हो रही है। आइए हम आपको बताते हैं नर्व एजेंट है क्या? नर्व एजेंट एक रासायनिक हथियार है। इस रसायन के संपर्क में आने भर से व्यक्ति की मौत हो जाती है। पिछले साल 13 फरवरी 2017 को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के सौतेले भाई किम जोंग नम की कुआलालंपुर में नर्व एजेंट के इस्तेमाल से हत्या की बात सामने आई थी। ये घटना हवाई अड्डे पर हुई थी इसके बाद किम जोंग नम को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी। मलेशिया पुलिस की जांच के नतीजों के अनुसार नम पर हुए हमले में नर्व एजेंट का प्रयोग बताया गया था।
क्या है नर्व एजेंट और कैसे आया अस्तित्व में?
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक नर्व एजेंट सामूहिक हत्या करने वाला सबसे खतरनाक रासायनिक हथियार है। जानकारी के लिए बता दें यह रंगहीन और गंधहीन होता है। यह अगर किसी की त्वचा के संपर्क में आए तो अंदर जाकर तंत्रिकाओं को संदेश भेजने से रोकता है। इसकी एक बूंद भी जानलेवा है। इसे खाने, पीने के पानी या कृषि उत्पादों में मिलाकर उन्हें जहरीला बनाया जा सकता है। यह सांस, त्वचा के संपर्क में आकर और आंखों से होते हुए शरीर के अंदर पहुंच जाता है।
जानकरी के लिए बता दें, इसकी एक छोटी खुराक से आंखों में तेज दर्द, जलन, धुंधला दिखना, सुस्ती और उल्टी की समस्या होने लगती है। ये भाप के रूप में और भी घातक साबित हो सकता है। भाप के रूप में नर्व एजेंट लगभग आधे घंटे तक कपड़ों में रह सकता है। इतना ही नहीं यह लोगों में संक्रमित भी हो सकता है। साल 1993 में हुए केमिकल विपंस कनवेंशन के जरिए इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई थी। आपको बता दें नर्व एजेंट को सोवियत यूनियन में कोल्ड वॉर के समय विकसित किया गया था। ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे के मुताबिक ब्रिटेन में पूर्व रूसी जासूस और उनकी बेटी पर हुए हमले के पीछे रूस जिम्मेदार है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह आज तक के सबसे खतरनाक केमिकल हथियारों में से एक है।

Published on:
16 Mar 2018 09:50 am
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