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जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा…गणपति जी का इस आरती से करें स्वागत

Ganesh gi ki Aarti in Hindi: जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा…गणपति जी का इस आरती से करें स्वागत

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Ganesh Ji ki Aarti

Ganesh Aarti

Ganesh gi ki Aarti in Hindi: 11 दिवसीय गणेश उत्सव सोमवार से आरंभ होगा। शहर में 125 से अधिक स्थानों पर गणपति बप्पा की प्रतिभाएं स्थापित की जाएंगी। इसके लिए रविवार को शहर में जगह-जगह पांडाल तैयार किए गए। भगवान गणेश के मंदिरों पर भी विशेष साज सज्जा की जा रही है।

गणेश जी की आरती ( Ganesh Ji ki Aarti )

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी। माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।।

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।

पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा। लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा॥

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

अन्धे को आँख देत, कोढ़िन को काया। बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।

शहर में विराजेंगे मिट्टी के गणेश

पर्यावरण को अनुकूल बनाने शहर में मिट्टी के गणेश स्थापित करने का के्रज बढ़ा है। शहर में ही एक हजार से अधिक प्रतिमाएं मिट्टी की तैयार की जा रही हैं। बाजार में आईं पीओपी की प्रतिमाओं को खरीदने से लोग बच रहे हैं। लोगों ने भी अपने घरों में मिट्टी के गणेश स्थापित करने का संकल्प लिया है। पत्रिका ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मिट्टी के गणेश बनाकर उनका पूजन करने पर बल दिया और लोग भी इस अभियान से जुडकऱ पर्यावरण को बचाने में आगे आ रहे हैं।

11 दिन चलेगा गणेश उत्सव

दिनांक व्रत/विशेष दिन


2 सितंबर गणेश चतुर्थी व्रत
3 सितंबर ऋ षि पंचमी
4 सितंबर मोरछठ, चंपा सूर्य षष्ठी
5 सितंबर संतान सप्तमी


6 सितंबर राधाष्टमी
7 सितंबर हरी जयंती
8 सितंबर सुगंध धूप दशमी, रामदेव जयंती
9 सितंबर पद्मा डोल ग्यारस
10 सितंबर भुवनेश्वरी जयंती, वामन जयंती
11 सितंबर प्रदोष व्रत
12 सितंबर अनंत चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाएगा।

ये हैं विशेष मुहूर्त

गणेश पूजा का मुहूर्त सुबह 11 बजे से दोपहर 1.41 तक रहेगा। इसके बाद चतुर्थी तिथि का मुहूर्त आरंभ सुबह 4 बजकर 56 मिनट से शुरू होगा, वहीं चतुर्थी तिथि समाप्ति का मुहूर्त 3 सितंबर रात 1.53 मिनट तक रहेगा। बप्पा की मूर्तियों को सुबह 6 बजे से 7.30 बजे तक, 9 से 10.30 बजे, दोपहर 1.30 से 3 बजे, 3 से 4.30 बजे, शाम 4.30 से 6 बजे, शाम 6 बजे से 7.30 बजे तक स्थापित कर सकते हैं।