कृषि उपज मंडी क्षेत्र में जमोनिया तालाब का पानी सप्लाई होता है। अफसरों का तर्क है कि जमोनिया तालाब के पास पुलिया का निर्माण हो रहा है। जिससे पानी की सप्लाई कम हो गई है। इस कारण मंडी क्षेत्र में भी पानी दो दिन छोड़कर सप्लाई करना पड़ रहा है। इधर नागरिकों का कहना है कि कई बार तीन दिन तक पानी नहीं मिलता है। जिससे हैंडपंप या फिर अन्य जगह से पानी लाना पड़ता है। यहां सबसे बेकार स्थिति प्रेमनगर कॉलोनी में बनी हुई है। जहां पानी का संकट ज्यादा होने से लोग शिकायत दर्ज कराने नगर पालिका आ रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र को छोड़ बाकी में एक दिन छोड़कर ही पानी सप्लाई किया जा रहा है।
नहीं हो रहे लीकेज ठीक
शहर में कई जगह पाइप लाइन में लीकेज से व्यर्थ पानी बर्बाद हो रहा है। जिससे कई कॉलोनी में पर्याप्त नलों में पानी नहीं पहुंचने से लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि लीकेज को ठीक करने में जिम्मेदार रूचि नहीं दिखाई है। मंडी ओवरब्रिज सहित अन्य जगह आसानी से लीकेज देखे जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि नगर के करीब 50 किमी एरिया में तीन दशक पहले पाइप लाइन बिछाई थी। जिनकी हालत खराब होने से इनमें ही लीकेज की ज्यादा समस्या आ रही है। लोगों का कहना है कि लीकेज ठीक होते हैं तो कुछ हद तक समस्या दूर हो सकती है।
तीन फीट खाली हुआ काहिरी डैम
सीहोर में पानी सप्लाई करने जमोनिया, भगवानपुरा और काहिरी डैम प्रमुख है। नपा अधिकारियों की माने तो अभी की स्थिति में जमोनिया तालाब में 27, भगवानुपरा में 22 फीट पानी है। काहिरी डैम की 20 फीट क्षमता है, जिसमें तीन फीट खाली होकर 17 फीट पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि नगर में 18 हजार नल कनेक्शन है। वहीं सात पानी की टंकी से एक दिन छोड़कर 90 लाख लीटर पानी सप्लाई किया जाता है।
सुधार करते हैं
जहां पर लीकेज होता है वहां का ठीक कराया जाता है। जमोनिया तालाब के पास पुलिया निर्माण होने से मंडी क्षेत्र में सप्लाई कम की जा रही है। 10 दिसंबर से इस क्षेत्र में भी नियमित एक दिन छोड़कर ही पानी की सप्लाई की जाएगी।
एनसी राठौर, जलशाखा प्रभारी नपा सीहोर