19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नरवाई से निकली चिंगारी से पशु आहार बनाने वाली सुदाना फैक्ट्री में लगी आग

- पीछे रखा रा-मटेरियल जलकर खाक

2 min read
Google source verification
रा-मटेरियल जलकर खाक

रा-मटेरियल जलकर खाक

बंडोल. स्थानीय ग्राम में संचालित सुदाना फैक्ट्री के पीछे वाले हिस्से में मंगलवार को आग लग गई। इसकी चपेट में आकर रा-मटेरियल (वारदाने व अन्य सामग्री) जलकर खाक हो गया। संयोग अच्छा रहा कि आग की लपटे फैक्ट्री के अंदर नहीं गई अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। मैनेजर सुनील भलावी ने बताया कि आग से फैक्ट्री के अंदर रखे हुए माल को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आग को सिवनी से पहुंचे दमकल वाहन से बुझाया गया है।


बताया जा रहा है कि कलेक्टर के मना करने के बाद भी क्षेत्र में नरवाई जलाने का काम बंद नहीं है। पशु आहार बनाने वाली फैक्ट्री के पीछे वाले हिस्से में नरवाई से निकली चिंगारी से आग लगी है। आग लगने की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे। ग्रामीणों ने अपने-अपने स्तर से आग बुझाना शुरू किया। सूचना के बाद सिवनी से पहुंचे दमकल वाहन से आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में आग बुझाने के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं थे।

खिलाड़ी बना सकते है खेलों में भविष्य-

कुरई. संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग भोपाल के निर्देश पर जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी मनु धुर्वे के मार्गदर्शन में पूरे जिले में विगत 25 अप्रैल से नि:शुल्क 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन खेलकूद प्रशिक्षण शिविर जारी है। विकास खंड कुरई के विद्यालय खेल परिसर में प्रतिदिन बालक-बालिकाओं को नेटबॉल और कबड्डी का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
कुरई ग्राम पंचायत की सरपंच तरूणा परते बच्चों का हौसला बढ़ाने खेल मैदान में पहुंची। जहां विकाखंड युवा समन्वयक निकेश पद्माकर, नेटबॉल प्रशिक्षक नरेन्द्र पवार, कबड्डी प्रशिक्षक अंजली श्रीवास्तव एवं खिलाडिय़ों की उपस्थिति रही।


सरपंच ने बच्चों को सिखाए खेलों की जानकारी के साथ ही पानी, मैदान की साफ.-सफाई, प्राथमिक चिकित्सा सहित अन्य व्यवस्था का जायजा लिया। खिलाडिय़ों से परिचय उपरांत उन्होंने कहा कि ये बेहद खुशी की बात है कि छुट्टी के दिनों में बच्चें घर में रहकर मोबाइल और टीवी देखते उससे अच्छा उन्होंने अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल का चुना है। सभी पालकों को अपने बच्चों को खेल से जोडऩे प्रशिक्षण शिविर में भेजना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में खिलाडिय़ों के उत्साहवर्धन के लिए सरपंच ने बिस्किट वितरित कर प्रोत्साहित किया।