ग्रामीणों का कहना है कि सरकार भले ही शिक्षा में गुणवत्ता के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। छात्र-छात्राओं को ड्रेस, मध्याह्न भोजन, साइकिल व खेल सामग्रियां व अन्य सहायता सामग्री देकर उन्हें उत्साहित किया जा रहा ह, लेकिन खेल मैदान के अभाव में स्कूली बच्चे हमेशा मायूस रहते हैं। कुछ बच्चे पास के गांव के स्कूल मैदान में तो कुछ सड़क पर ही खेलते नजर आते हैं।