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गांव में भारी वाहनों की धमाचौकड़ी

संकीर्ण मार्ग पर आवागमन से सड़कें हो रही खराब, उड़ रही धूल, स्कूली बच्चों व ग्रामीणों को परेशानी

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Santosh Dubey

Sep 18, 2016

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सिवनी.
तहसील मुख्यालय घंसौर से 10 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम बरेला के भीतरी मार्गों से गिट्टी का परिवहन छह और 16 चक्का वाहनों से रात-दिन हो रह है। गांव से होकर गुजर रहे भारी वाहन, डम्परों से जहां गांव की सड़क जर्जर हो रही हैं वहीं इस मार्ग से गुजरने वाले स्कूली बच्चे व ग्रामीण किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो जाए इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।

ग्रामवासियों ने बताया कि यहां ब्रॉडगेज रेल लाइन निर्माण के कार्य में गिट्टी की सप्लाई छह व 16 चक्का वाहनों, डम्परों से किया जा रहा है। गिट्टी से भरे हैवी वाहनों को जहां दूसरे मार्गों से होकर जाना-आना चाहिए वहीं ये वाहन गांव के अंदर सीसी रोड से होकर गुजर रहे हैं। गांव की संकीर्ण रोड से होकर गुजर रहे हैवी वाहनों की धमाचौकड़ी से स्कूली छात्रों व ग्रामीणों के लिए गुजराना दूभर होता है।

ग्रामीणों ने बताया कि घंसौर ब्लॉक की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत बरेला है। इस गांव के अन्तर्गत तीन प्राथमिक शालाएं, एक मिडिल स्कूल और एक हाई स्कूल है। गांव की सड़कों से स्कूल जाने और स्कूल की छुट्टी के समय बड़ी संख्या में छोटे-बड़े छात्रों की आवाजाही बनी रहती है। स्कूल लगने और छूटने के समय में भी भारी वाहन यहां तेज रफ्तार से गुजरते हैं। गिट्टी से भरे वाहनों के गुजरने से उडऩे वाली धूल से भी ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। घरों में धूल-धूल भरे रहने से ग्रामीण हलाकान हो रहे हैं। इसके साथ ही स्कूल में मध्यान्ह भोजन और घरों में बनने वाले भोजन में भी धूल के कण जा रहे हैं जिससे भोजन भी दूषित हो रहा है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि गणेशोत्सव पर्व में जहां गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई थी इस मार्गों से वाहन बेखौफ दौड़ रहे हैं।

ग्रामीणों ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी दिनों में नवरात्र पर्व शुरू होंगे। सड़क किनारे व घरों-घर जवारे स्थापना, दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। ऐसे में इस मार्गों से हैवी वाहनों की आवाजाही नहीं रूकी तो ग्रामीणों और बच्चों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

इस संबंध में गिट्टी सप्लाई करने वाले ठेकेदार पंकज जैन का कहना है कि यह काम रेलवे का काम है, इसके लिए रेलवे के अधिकारी से ही बात करें। वह स्वयं मामले में कुछ नहीं कर सकते।

पहले कलेक्टर से कर चुके हैं शिकायत

इससे पूर्व ग्रामीणों ने भारी वाहनों के प्रवेश की शिकायत कलेक्टर धनराजू एस व 181 में की थी। जिसकी जांच जून माह में रविशंकर सेन आरआई सर्किल कहानी और संतोष कुमरे पटवारी हलका नम्बर 24 से कराई गई। जांच के बाद उन्होंने लिखा उक्त मार्ग भारी वाहनों के आवागमन हेतु उपयुक्त नहीं है। इसके बावजूद भी भारी वाहनों की धमाचौकड़ी बदस्तूर जारी है।

पुलिस से की जाएगी शिकायत

गांव की सरपंच ग्यावती कुमरे का कहना है गांव की प्रधानमंत्री सड़क से होकर हैवी वाहनों के परिवहन से सड़क खराब हो रही है। छात्रों व ग्रामीणों के आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं। इस संबंध की शिकायत पुलिस से की जाएगी। वहीं ग्राम के उपसरपंच रघुपत सिंह पटेल का कहना है कि ग्रामसभा की आगामी बैठक में गांव से गुजरने वाले भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने प्रस्ताव रखा जाएगा। साथ ही थाना प्रभारी से इस मामले की शिकायत की जाएगी।

ग्रामीणों में आक्रोश

गांव बरेला निवासियों में दिनेश पटेल, जितेन्द्र नेमा, कमलेश यादव, प्रकाश डहेरिया, सम्पत जावरिया आदि ने गांव से होकर गुजर रहे भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने की मांग की है। ग्रामवासियों ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, एआरटीओ समेत रेलवे अधिकारियों से मांग की है कि गांव के भीतरी मार्ग से होकर डम्परों व अन्य हैवी वाहनों के परिवहन पर सख्ती से रोक लगाई जाए।


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