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कलश स्थापना के साथ माता राजराजेश्वरी का पूजन-पाठ शुरू

माता राजराजेश्वरी का विभिन्न रूपों में श्रृंगार किया जा रहा है।

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Worshiping of Mother Raj Rajeshwari

सिवनी. नगर के हृदय स्थल दुर्गा चौक में स्थापित श्रीसिद्धि माता राजराजेश्वरी मंदिर में चैत्र नवरात्रा पर्व के अवसर पर प्रतिदिन माता राजराजेश्वरी का विभिन्न रूपों में श्रृंगार किया जा रहा है। ऊँ की आकृति में स्थापित 481 घट कलश भी धर्मप्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित सोनू विकास तिवारी ने बताया कि मंदिर में ना केवल सिवनी वरन अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालु मनोकामना कलश की स्थापना करते चले आएं हैं। इस वर्ष मैहर, सतना, रीवा, कटनी एवं कलकता, दिल्ली, ग्वालियर सहित विदेशों से भी कलश की स्थापना मां पर आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं द्वारा की गई है।
मंदिर में प्रतिदिन 6.30 से 8 बजे तक सहस्त्र अर्चन पूजन किया जा रहा हैं। वहीं प्राकांड वैदिक पंडितों द्वारा सप्तचंडी का जाप निरंतर जारी है। इसके आलावा रात्रि में 8 बजे आरती के बाद प्रसाद वितरण के साथ ही नगर के विभिन्न भजन मंडल देवी गीत की प्रस्तुति देर रात्रि तक दे रहे हैं। इस वर्ष मंदिर समिति द्वारा प्रांगण सहित आसपास के क्षेत्र में विद्युत एवं अन्य सजावट आकर्षक रूप से की गई है। जहां प्रतिदिन सुबह से ही श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है। आगामी 26 मार्च की शाम 4 बजे मंदिर में स्थापित कलशों का विसर्जन विशाल शोभा यात्रा के साथ दलसागर तालाब में किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
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श्री षष्टी माता मंदिर में जवारे एवं कलश
सिवनी. प्रति वर्षानुसार उपनगरी भैरोगंज में स्थित श्री षष्टी माता मंदिर श्री हनुमान व्यायामशाला प्रांगण में सिद्ध कपुरदा वाली मां के दरबार में जवारे एवं मनोकामना कलश ३५ श्रद्धालुओं द्वारा रखे गए है। मंदिर में मातारानी भक्तो की प्रार्थना स्वीकार करते हुए मनोकामना पूरी करती है। मंदिर में सुबह ५.३० बजे से रात्रि १० बजे तक जवारे एवं ज्योतिकलश के दर्शन करने भक्तो की भीड़ लगातार नौ दिनों तक लगी रहती है। ऊँ की आकृति में स्थापित 481 घट कलश भी धर्मप्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है।