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समय पर नहीं बनाई व्यवस्था, खुले आसमान के नीचे रखी 54358 एमटी धान बारिश में भीगी

जिले में 118658 मेट्रिक टन धान की खरीदी, उठाव सिर्फ 4982 एमटी

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जिले में 118658 मेट्रिक टन धान की खरीदी, उठाव सिर्फ 4982 एमटी
शहडोल. जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई लाखों क्विंटल धान शनिवार को हुई बारिश की चपेट में आने से भीग गई। समिति स्तर पर हो रही खरीदी का समय पर उठाव न होने के कारण 54358 मेट्रिक टन धान खुले आसामान के नीचे रखी हुई है। उपार्जन केन्द्र से धान परिवहन में इस बार जमकर लापरवाही बरती जा रही है। खरीदी के 27 दिन बाद भी एनसीसीएफ अभी तक परिवहन को लेकर पार्याप्त सुविधा नहीं बना पाई है। समिति स्तर पर खरीदी गई धान का उठाव न होने से खुले असामान के नीचे पड़ी हुई है, जो बारिश की भेंट चढ़ रही है। जिले में अब तक कुल 118658 मेट्रिक टन धान की खरीदी की गई है, वहीं गोदाम एवं समिति स्तर मिलाकर कुल 56136 मेट्रिक टन का परिवहन किया गया है। इसमें गोदाम स्तर पर हुई खरीदी को भी परिवहन होना बताया जा रहा है। जिले मेंं कुल 54 केन्द्र बनाए गए है, जिसमें 29 समिति स्तरीय एवं 25 गोदाम स्तरीय केन्द्र हैं। परिवहन की धीमी रफ्तार के कारण किसानों के दस्तावेज नहीं बन पा रहे हैं, जिससे भुगतान में भी परेशानी हो रही है।
अब तक 4982 मेट्रिक टन का हुआ परिवहन
जिले में गोदाम स्तर पर 59340 मेट्रिक टन धान की खरीदी गई है, जिसमें 4982 मेट्रिक टन का ही परिवहन हो सका है। वहीं 54358 मेट्रिक टन अभी परिवहन के लिए शेष है।
परिवहन के लिए दो ट्रांसपोर्टर्स से अनुबंध
जिले में इस बार धान खरीदी का जिम्मा एनसीसीएफ को दिया गया है। 2 दिसम्बर से शुरू हुई खरीदी में एनसीसीएफ की तरफ से धान उठाव के लिए परिवहनकर्ताओं व मिलरों से अनुबंधन करने में कोताही बरती गई। बीते एक सप्ताह पहले दो परिवहनकर्ताओं से अनुबंध किया गया है, जो 3-4 दिन से धान का उठाव कर रहे हैं। परिवहनकर्ता सबसे पहले नजदीकी केन्द्रों से उठाव शुरू किए हैं। जबकि जिले के अंतिम छोर के केन्द्रों में सबसे अधिक परेशानी बनी हुई है।
हर रोज बढ़ रहा खरीदी का आंकड़ा
मौसम विभाग से बारिश की संभावना की जानकारी मिलते ही जिले में बीते एक सप्ताह से धान खरीदी की रफ्तार बढ़ गई थी। हर रोज 8 से 10 हजार मेट्रिक टन धान उपर्जान केन्द्रोंं में पहुंच रही है। जिस रफ्तार से खरीदी चल रही है उसके अनुपात में उठाव नहीं होने से समिति स्तर वाले उपार्जन केन्द्रों में किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले के दूर दराज के कुछ केन्द्र में अभी भी उठाव शुरू नहीं हो सका है। प्रभारियों की माने तो जगह की पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण खुले में धान को रखाया जा रहा है।
केस-1
उपार्जन केन्द्र जनकपुर में अबतक 472 किसानों से 28319 क्विंटल धान की खरीदी की गई है, लेकिन यहां से धान परिवहन शुरू नहीं हुआ है। वहीं भुगतान भी शून्य है। बारिश से धान को बचाने की सुविधा नहीं है।
केस-2
सेवा सहकारी समिति केशवाही में 345 किसानों से 25569 क्विंटल धान की खरीदी की गई। किसानों को खरीदी के अनुसार 56129981 करोड़ भुगतान किया जाना है न तो भुगतान हुआ और नहीं धान का परिवहन।
केस-3
सेवा सहकारी समिति पपोढ़ में 200 किसानों से 17975 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। 40277090 करोड़ का भुगतान शेष है, वहीं धान का परिवहन भी शून्य हैं। यहां खुले आसमान के नीचे धान रखी हुई है।
जिले की स्थिति एक नजर में
खरीदी केन्द्र 54
पंजीकृत किसान 33992
कुल खरीदी 118658 मेट्रिक टन
किसानों को देय राशि 272.91 करोड़
एनसीसीएफ द्वारा इपीओ की राशि 69.87 करोड़
किसानों को भुगतान राशि 35.91 करोड़