शहडोल। छेड़छाड़ का जबाव चुप्पी नहीं है। हमें मुकाबला कर आगे बढऩा होगा। छेड़छाड़ की घटनाओं में अगर हम चुप्पी साधकर रखेंगे तो आने वाले समय में बड़ी वारदातों का कारण बन सकते हैं। सबसे अच्छी दोस्त हमारी मां होती है। अमानवीय घटनाओं की जानकारी मां, शिक्षक, दोस्त और समाज तक पहुंचाए। जिससे अपराधी को सजा मिल सके। ये टिप्स महिला पुलिस अधिकारियों ने पत्रिका निर्भीक लाडो अभियान के तहत शहर के सेंट्रल एकेडमी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में छात्राओं को दी। कार्यक्रम में निर्भीक लाडो पर आधारित पॉवर प्वाइंट का प्रजेंटेशन करते हुए छात्राओं अमानवीय हरकतों के बारे में पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाया गया। कार्यक्रम में रक्षित निरीक्षक सत्यप्रकाश मिश्रा ने कहा कि हमारी लाडलिया कई नियम कानून से अंजान हैं। इसी वजह से आज पत्रिका परिवार को निर्भीक अभियान चलाना पड़ रहा है। हमें घर समाज और शहर में हो रही हर गतिविधियों के खिलाफ जागरुक होकर आवाज उठानी होगी।