पत्रिका ने उठाया मुद्दा तो उच्च शिक्षा विभाग ने कुलपति से मांगा जवाब, 3 दिन में मांगी रिपोर्ट
शहडोल. शहडोल की पंडित एसएन शुक्ल यूनिवर्सिटी में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप के बाद अब उच्च शिक्षा विभाग ने संज्ञान में लिया है। विभाग ने कुलपति से जवाब तलब किया है। उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव वीरन सिंह भलावी ने कुलपति से 21 नवंबर के भीतर प्रतिवेदन के साथ अलग-अलग बिंदुओं पर रिकार्ड मंगाया है। उच्च शिक्षा विभाग ने कुलपति को पत्र लिखते हुए कहा है कि संज्ञान में आया है कि पंडित एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल ने 68 शैक्षणिक पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। 68 पदों में सिर्फ 24 पदों पद नियुक्यिां की गई हैं, शेष पर विचार नहीं किया गया। इसके साथ ही नियुक्तियों में आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया है।
इन बिंदुओं पर मांगी रिपोर्ट
विभाग ने कुलपति से पूछा है कि 68 पदों का विज्ञापन कब जारी किया गया? विज्ञापन की छायाप्रति उपलब्ध कराएं। 68 पदों में कितने अभ्यर्थियों का चयन किया गया। चयन के बाद कितने लोगों को किन-किन पदों पर नियुक्तियां दी गई हैं? क्या नियुक्तियों में नियमों और रोस्टर का पालन किया गया? आरक्षित वर्ग के कितने लोगों को नियुक्तियां प्रदान की गई है। इन बिंदुओं पर तीन दिन का समय देते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने 21 नवंबर तक दस्तावेज के साथ प्रतिवेदन मांगा है।
साक्षात्कार के बाद सार्वजनिक नहीं किया रिजल्ट
पंडित एसएस शुक्ल यूनिवर्सिटी में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में साक्षात्कार के बाद 15 दिन बीत जाने के बाद भी चयनित होने वाले रिजल्ट ही सार्वजनिक नहीं किया है। विवि प्रबंधन का कहना है कि हमने चयनित होने वाले सहायक प्राध्यापकों को ज्वाइन भी कराना शुरू कर दिया है। विरोध उठता देख विवि प्रबंधन का कहना था कि कुछ दिन बाद रिजल्ट सार्वजनिक कर देंगे लेकिन अब तक न तो वेबसाइड पर अपलोड किया गया है और न ही विवि में मेरिट सूची चस्पा की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन को सभी का रिजल्ट अंकों और योग्यता के साथ सार्वजनिक करना चाहिए। बता दें कि पत्रिका ने लगातार इस मुद्दे को उठाया था जिसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने जवाब तलब किया है।