
तीसरी लाइन में नॉन इंटरलाकिंग का कार्य हुआ शुरू, 300 मजदूरों की मदद से होगा एनआई वर्क
शहडोल. शहर के पोंडानाला से पुरानी बस्ती रेलवे फाटक तक रेलवे ने शुक्रवार से एनआई (नॉन इंटरलाकिंग) वर्क शुरू कर दिया है। इसके लिए शहडोल से गुजरने वाली 17 जोड़ी यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसके पहले कटनी एनकेजे में एनआई वर्क चलने के कारण ट्रेनों को रद्द किया गया था। वहीं अब शहडोल में एनआई वर्क के कारण 11 व 12 मार्च तक ट्रेनों को रद्द किया गया है। एनआई वर्क के लिए रेलवे ने 300 मजदूरों को कार्य पर लगाया है। वहीं बिलासपुर से आए अधिकारियों की देखरेग में कार्य किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि एनआई वर्क का कार्य 10 दिनों तक किया जाएगा।
इसमें एसेन्टी, ओएचई व रेलवे लाइन का कार्य किया जाएगा। जिसके लिए सभी डिर्पाटमेंट के अधिकारी अपने स्तर से कार्य का मुआयना करेंगे। शुक्रवार को सीनीयर डिवीजनल ऑफीसर बिलासपुर से शहडोल पहुंचे। यहां पर उन्होंने तीसरी लाइन की कनेक्टिविटी के कार्य की शुरुआत कराई। पोंडा नाला, रेलवे स्टेशन व रेलवे फाटक के पास प्वाइंट डालने का कार्य शुरू किया गया। इस कार्य के लिए मजदूरों के साथ ही रेलवे की आधुनिक मशीनों का उपयोग भी किया जा रहा है।
तीन स्टेशनों का बाद में होगा एनआई वर्क
रेलवे अभी सिंहपुर, शहडोल व बंधवा स्टेशन तक एनआई वर्क करेगी। इसके बाद मुदरिया, पाली व उमरिया में भी एनआई वर्क किया जाना बाकी है। यानी रेलवे इन स्टेशनों में जब एनआई वर्क शुरू करेगी तो एक बार फिर ट्रेनों को रद्द कर सकती है। हालांकि मुदरिया, पाली व उमरिया में एनआई वर्क कब से शुरू किया जाएगा। इसकी पुष्टि अभी रेलवे के अधिकारियों ने नहीं की है।
इसलिए एनआई वर्क में ट्रेनें रहती हैं रद्द
रेलवे के जानकारों ने बताया कि एनआई वर्क में सभी लाइनें सस्पेंड हो जाती हैं। लाइन का लॉकिंग सिस्टम काम नहीं करता, एनआई वर्क में क्रास ओवर अलग बैठाया जाता है। जिसे मेन्युअली सेट करने के बाद ही ट्रेनों को क्रास किया जाता है। शहडोल से सिंहपुर व बंधवा के बीच तीसरी लाइन को कनेक्ट किया जा रहा है। जिसके कारण ट्रेनों के परिचालन को रोका गया है। क्योंकि बार-बार ट्रेन के निकलने से मेन्युअल क्रास चेंंज ओवर में समय लगता है। वहीं ट्रेनों को भी रोक दिया जाता है। जिसके कारण एनआई वर्क प्रभावित होता है।
इस तरह होगा एनआई वर्क
1. प्वाइंट डालना- पुराने प्वाइंट को काट काटकर स्वीच लगाया जाएगा व नया प्वाइंट बनाकर पैनल रूम से कनेक्ट किया जाएगा।
2. प्वाइंट डिस्मेंटल- तीसरी लाइन को कहां से स्टेशन आने के लिए कनेक्ट करना है ऐसे स्थान में पुराने प्वाइंट को डिस्मेंटल कर नया प्वाइंट डालने का कार्य किया
जाएगा।
3. ग्लू ज्वाइंट- एनआई वर्क में पुराने प्वाइंटों को काटकर वायरिंग करना एवं अन्य कार्य करना ग्लू ज्वाइंट के कार्य में शामिल है। क्रास ओवर भी नया बैठाया जाता है।
4. पैनल रूम चेंज करना- इसमें तीसरी लाइन को जोडक़ एक नया पैनल रूम तैयार किया जाएगा। जहां से ट्रेनों के आने व जाने के लिए लाइन को चेंज करने का कार्य किया जाता है।
वरिष्ठ परिचालन प्रबंधन पहुंचे शहडोल
बिलासपुर के वरिष्ठ परिचालन प्रबंधन पीसी त्रिपाठी शुक्रवार की सुबह शहडोल पहुंचे, प्रबंधन के आने के पहले ही स्थानीय अधिकारियों ने प्री एनआई वर्क कम्पलीट कर लिया था। रेलवे के जानकारों ने बताया कि एनआई वर्क में एसेन्टी, ओएचई व इंजीनियरिंग का कार्य किया जाएगा। जिसके लिए बिलासपुर से अलग-अलग अधिकारी आकर निरीक्षण करेंगे। जानकारों ने बताया कि कार्य का निरीक्षण करने डीआरएम भी शहडोल पहुंच सकते हैं।
इनका कहना है
शहडोल में तीसरी लाइन को जोडऩे के लिए एनआई वर्क शुरू हो गया है। 10 दिनों तक कार्य किया जाएगा, जो बिलासपुर के वरिष्ठ अधिकारियों सहित स्थानीय आधिकारियों की देख रेख मेंं किया जाएगा।
बीएल मीना, स्टेशन मास्टर
Published on:
02 Mar 2024 11:58 am
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