तीन सूत्रीय मांगो को लेकर १० अगस्त से विरोध प्रदर्शन जारी
पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, जाति प्रमाणपत्र से लेकर राजस्व सेवा अभियान प्रभावित
तीन सूत्रीय मांगो को लेकर १० अगस्त से विरोध प्रदर्शन जारी
शहडोल. पटवारियों के अनिश्चितकाली हड़ताल पर चले जाने की वजह से भूमि संबंधी सभी कार्य, छात्रों के जाति प्रमाणपत्र, किसानों का फसल पंजीयन, गिरदावरी के साथ ही कमिश्नर शहडोल द्वारा चलाया जा रहा राजस्व सेवा अभियान भी प्रभावित हो रहा है। पटवारियों द्वारा अपनी तीन सूत्रीय मांगो को लेकर अलग-अलग चरणों में लंबे अर्से से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। पूर्व में सांकेतिक रूप से विरोध दर्ज कराते हुए अपनी मांगे रखी गई लेकिन उस पर अमल न होने की वजह से १० अगस्त से जिले के पटवारियों ने अपने-अपने तहसील मूख्यालयों में बस्ता जमा कराने के साथ ही अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दी है। जिसका सीधा असर भूमि संबंधी सभी आवश्यक कार्यों पर पड़ रहा है। स्कूलों में प्रवेश व छात्रवृत्ति सहित अन्य कार्यों में छात्रों के जाति प्रमाणपत्र की आवश्यकता है। पटवारियों के हड़ताल में होने की वजह से छात्रों का यह महत्वपर्ण कार्य नहीं हो पा हरा है। बारिश में इन दिनो हो रहे भवन नुकसान, फसल नुकसान सहित अन्य क्षतिपूर्ति का आकलन प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा संभाग भर में कमिश्नर शहडोल द्वारा चलाया जा रहा राजस्व सेवा अभियान का कार्य प्रथम चरण का जो पूरा हो गया था लेकिन अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ होने के साथ ही राजस्व अभियान संबंधी कार्य भी ठप पड़ गया है। पटवारी संघ का कहना है कि उनकी तीन सूत्रीय मांगे हैं जिन पर सरकार अभी तक अमल नहीं कर रही है। जिसमें २८०० ग्रेड पे का मुद्दा लंबे अर्से से चला आ रहा है। इसके अलावा पटवारियों का गृह जिले में स्थानांतरण और नवीन भर्ती हुए पटवारियों के लिए सीपीसीटी की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की जा रही है।