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टेटका जलाशय निर्माण का किसानों ने फिर किया विरोध

सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप

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Shahdol online

May 08, 2016

Barkela dam

Barkela dam

शहडोल. सिंचाइ विभाग द्वारा जनपद पंचायत जयसिंहनगर के गांव टेटका मे निर्माणाधीन टेटका बांध का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बांध के लिए किसान एक इंच अपनी जमीन और घर देने को तैयार नहीं हैं। बांध प्रभावित किसान सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगा रहे हैं। विरोध कर रहे लगभग आधा सैकड़ा किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी पूर्व मे प्रस्तावित स्थल के बजाय अब अपनी मनमानी करते हुए किसानों की जमीन पर बांध का निर्माण कार्य कराने का निर्णय लिए हैं। जिसमे किसानों की जमीन सहित मकान बुरी तरह से प्रभावित होगें, और किसान बेघरबार हो जाएंगे। इस मामले मे किसान अब आर-पार की लड़ाई लडऩे का मन बना चुके हैं।


किसानों ने मांगी इच्छामृत्यु
जयसिंहनगर के टेटका गांव के लगभग आधा सैकड़ा किसान राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम बांध निर्माण न करने और इसके बदले इच्छामृत्यु दिलाए जाने की मांग की है। एसडीएम जयसिंहनगर को दिए गए ज्ञापन मे ब्यौहारी मण्डी अध्यक्ष राजेश तिवारी की अगुआई मे क्षेत्र के किसानो ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा गांव की आराजी खसरा नम्बर 617 मे बांध निर्माण कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किसानों को अंधेरे मे रखते हुए और प्रशासन को गुमराह करके अब खसरा नम्बर 604 मे बांध का निर्माण कार्य मनमानी पूर्वक कराया जा रहा है। इस स्थल पर बांध निर्माण कार्य कराए जाने से लगभग 50 से अधिक किसानों की उपजाऊ जमीन और घर बार प्रभावित होंगे। जिसके कारण जहां किसानों की आजीविका पर संकट आ जाएगा और किसान बेघरबार हो जाएंगे।


इसके पहले भी डूब चुकी है जमीन
टेटका गांव के किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि इसके पहले वर्ष 2013 मे जयसिंहनगर क्षेत्र के झलमला जलाशय निर्माण मे सैकडों किसानों की जमीन डूब मे आ चुकी है। अब शेष जमीन बांध निर्माण मे डूब जाने से क्षेत्र के किसान तबाह हो जाएंगे। इससे जब किसानो के पास जमीन ही नहीं रहेगी तो सिंचाई के लिए बांध बनाने का क्या औचित्य रह जाएगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए ज्ञापन मे कहा है कि अब सिंचाई विभाग के अधिकारी पुलिस कार्रवाई का दबाव बताकर बांध निर्माण कराने मे लगे हुए हैं। ग्रामीण किसानों ने बांध निर्माण कार्य बंद कराने अथवा इच्छामृत्यु दिलाए जाने की मांग की है।


ग्रामीणों द्वारा सिंचाई विभाग के अधिकारियों के ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है। प्रस्तावित स्थल पर ही बांध का निर्माण कराया जा रहा है।
डीएन आकरे, कार्यपालन यंत्री, सिंचाई विभाग शहडोल

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