नो एंट्री में प्रवेश करते हैं भारी वाहन, सडक़ किनारे बेतरतीब खड़े रहते हैं वाहन
नो एंट्री में प्रवेश करते हैं भारी वाहन, सडक़ किनारे बेतरतीब खड़े रहते हैं वाहन
शहडोल. शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। शहर के प्रमुख चौराहों के साथ व्यस्ततम क्षेत्रों से भी यातायात कर्मी नदारद रहते हैं। इसके चलते चारो तरफ अव्यवस्था की स्थिति बनी रहती है। वाहन चालकों की जहां मर्जी वहीं वाहन खड़ा कर देते हैं। शहर के प्रमुख चौराहों व भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में पार्किंग लाइन बनाई गई है, लेकिन इसका पालन कराने वाला कोई नहीं है। स्थिति यह है कि शहर के भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में बड़े वाहनों के प्रवेश से जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है और आवागमन अवरुद्ध हो जाता है। इसे बहाल करने मौके पर कोई मौजूद नहीं होता है। शहर के चौराहों से यातायात कर्मी नदारद रहते हैं। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लाखों रुपए खर्च कर शहर के चार प्रमुख चौराहों में लगाए गए यातायात सिग्नल भी महीनों से बंद पड़े हैं। इनके सुधार को लेकर न तो यातायात विभाग ध्यान दे रहा है और न ही नगर पालिका ही कोई रुचि ले रही है।
शहर के सबसे व्यस्ततम क्षेत्र गांधी चौक के आस पास आए दिन जाम की स्थिति निर्मित होती है। सब्जी मण्डी मार्ग में बड़े वाहनों के प्रवेश व सडक़ पर हाथ ठेला खड़े होने की वजह से हर दिन जाम लगता है। शहर का सबसे भीड़ भाड़ वाला व व्यावसायिक क्षेत्र होने के बाद यहां कोई पार्किंग की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। चौराहों पर नियमित यातायात कर्मी भी तैनात नहीं होते हैं जो कि अव्यवस्थित यातायात व्यवस्था को दुरुस्त कर सकें। शाम के समय स्थिति यह होती है कि गांधी चौक के आस पास दो पहिया व चार पहिया वाहनों की कतार लगी रहती है।
अब तक शुरू नहीं हुए टै्रफिक सिग्नल
नगर के जयस्तंभ चौक, राजेन्द्र टॉकीज, गांधी चौक व बुढ़ार चौक में यातायता व्यवस्था के मद्देनजर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे। यह टै्रफिक सिग्नल लंबे समय से बंद पड़े हैं। इन ट्रैफिक सिग्नल को प्रारंभ कराने में न तो यातायात पुलिस की कोई रुचि है और न ही नगर पालिका ही इस ओर ध्यान दे रही है।
नगर के बुढ़ार चौक, गांधी चौक, राजेन्द्र टॉकीज, बाईपास, जयस्तंभ चौक सहित अन्य भीड़ भाड़ वाले जगहों में पार्किंग की कोई समुचित व्यवस्था नहीं बनाई गई है। वाहन चालकों की जहां मर्जी वहीं वाहन खड़ा कर देते हैं। इसके अलावा ऑटो स्टैण्ड भी कहीं निर्धारित नहीं किए गए हैं। शहर की सडक़ों पर बेहतरतीब खड़े होने वाले इन वाहनों की वजह से आए दिन जाम की स्थिति निर्मित होती है। इससे आम नागरिकों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। शहर के हृदय स्थल गांधी चौक में आए दिन यही स्थिति निर्मित होती है।