शाहजहांपुर। राजस्थान के जोधपुर कोर्ट ने आसाराम को नाबालिग से दुष्कर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट के इस आदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यौन पीड़िता के पिता ने कहा- दुराचारी को उम्रकैद की सजा हुई है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा- मैं न्यायपालिका का बहुत-बहुत आभारी हूं। पूरे देश की मीडिया का भी बहुत-बहुत आभारी हूं। आपने न्याय दिलाने में हमारी मदद की है। आसाराम ने गवाह मरवा दिए, कइयों का अपहरण कराया, उनकी आत्मा को आज प्रसन्नता हुई होगी। यह पूछे जाने पर जिन लोगों को छोड़ा है उनके बारे में कोई शिकायत है क्या, उन्होंने कहा कि शिकायत तो है, लेकिन कोई सुबूत नहीं था, इसलिए संदेह का लाभ मिला है। जो फैसला दिया है, हमें स्वीकार है।

गवाह की करा दी थी हत्या
बता दें कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की नाबालिग के साथ आसाराम ने दुष्कर्म किया था। उसी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। साढ़े चार साल की लंबी लड़ाई के बाद आसाराम को सजा हुई है। तब से पीड़िता अपने घर में जेल की तरह बंद थी। इतना ही नहीं, इस मामले के मुख्य गवाह कृपाल सिंह की 10 जुलाई, 2015 की रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में शॉर्पशूटर कार्तिकेय हलधर और आसाराम आश्रम के साधक नारायण पांडे जेल में हैं।
दिनभर रही कड़ी सुरक्षा
इससे पूर्व शाहजहांपुर में आज सुबह से ही गहमागहमी रही। पीड़िता के घर को सील कर दिया गया था। कोर्ट ने जब आसाराम को दोषी करार दिया, तब पीड़िता के पिता घर से बाहर आए और धन्यवाद दिया। उनके घर के सामने मीडिया का जमावड़ा रहा। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी स्वयं सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। सीसीटीवी कैमरे तो पहले ही लगा दिए गए थे। सादा वर्दी में भी पुलिस के जवान तैनात थे। हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। किसी को भी घर के अंदर जाने की इजाजत नहीं थी