- 17 सितंबर को लाए गए 8 चीतों में से दो को छोड़ा जंगल में
श्योपुर। आखिर वो समय आ गया जब नामीबियाई चीतों को बाड़े से कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में छोड़ा गया। शनिवार को आठ चीतों में से पहला जोड़ा ओबान और आशा को रिलीज किया गया। अब यह जोड़ा 748 वर्ग किलोमीटर में अपना दबदबा कायम करेंगे। नर चीता ओबान को सुबह 10 बजे और मादा चीता आशा को शाम 5 बजे के आसपास रिलीज किया गया।
चीतों को रिलीज किए जाते समय एनटीसीएस के आईजी अमित मलिक, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जसवीर सिंह चौहान, डब्ल्यूआईआई के डीन कमर कुर्रेशी, सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा, डीएफओ कूनो पीके वर्मा सहित मैदानी अमला मौजूद रहा। अधिकारियों के अनुसार रिलीज के तुरंत बाद नर और मादा का जोड़ा जंगल में दौड़ते दिखे। बता दें देश में 70 साल बाद चीता प्रोजेक्ट के तहत कूनो नेशनल पार्क में इनको बसाया जा रहा है। इसमें 17 सितंबर को सबसे पहले नामीबिया से 8 चीते कूनो में लाए गए थे। इनको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समोराह के साथ रिलीज किया था।
आशा व ओबान 22 जनवरी से साथ-साथ, अब जंगल में
बड़े बाड़े के कंपार्टमेंट नंबर 7 में मादा चीता आशा और नंबर 8 में नर चीता ओबान को रखा गया। 22 जनवरी को इन दोनों चीतों के बीच की फेंसिंग को खोल दिया गया था। तब से दोनों साथ-साथ थे। शनिवार को इस जोड़े को खुले जंगल में छोड़ा गया। बाकी के छह चीते बड़े बाड़े में हैं जिन्हें चरणबद्ध तरीके से छोड़ा जाएगा। वहीं 18 फरवरी को लाए गए 12 चीते अभी क्वारंटीन हैं।
ऐसे की जाएगी ट्रैकिंग
नर चीता ओबान और मादा आशा को खुले जंगल में छोडऩे के बाद रेडियो कॉलर आइडी से इनकी ट्रैकिंग की जाएगी। इसके साथ ही इनके व्यवहार पर भी नजर रखी जाएगी। खुले जंगल में पहुंचने के बाद नर और मादा के शिकार के तरीका सहित अन्य गतिविधियों का अध्ययन करके विशेषज्ञ रिपोर्ट तैयार करेंगे।
इस संबंध में सीसीएफ, श्योपुर-शिवपुरी उत्तम कुमार शर्मा का कहना है कि नर चीता ओबान और मादा चीता आशा को शनिवार खुले जंगल में छोड़ा गया है। सुबह ओबान को छोड़ा और दोपहर बाद आशा को छोड़ा गया है। आगामी दिनों में अब शेष चीतों को छोडऩे की प्रक्रिया की जाएगी।