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श्योपुर में किन्नर ने बनवाया राम मंदिर, यहां अयोध्या के साथ ही प्राणप्रतिष्ठा

-शहर के फक्कड़ चौराहा क्षेत्र में किन्नरों की गुरु कोमल कर रही प्राणप्रतिष्ठा का भव्य आयोजन-मकराना के लाल पत्थर से दौसा कारीगरों ने बनाया है मंदिर, इसमें मकराना के मार्बल से बनी प्रतिमा विराजमान

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श्योपुर में किन्नर ने बनवाया राम मंदिर, यहां अयोध्या के साथ ही प्राणप्रतिष्ठा

श्योपुर में किन्नर ने बनवाया राम मंदिर, यहां अयोध्या के साथ ही प्राणप्रतिष्ठा

होगी
श्योपुर,
जहां एक ओर अयोध्या में बने भव्य राममंदिर और रामलला की प्राणप्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उल्लास का माहौल है, वहीं श्योपुर में एक किन्नर ने भी एक राममंदिर बनाया है, जिसमें राम दरबार की प्राणप्रतिष्ठा भी अयोध्या के साथ ही आज 22 जनवरी को हो रही है। शहर के फक्कड़ चौराहा क्षेत्र में स्थिति अपने आश्रम पर कोमल किन्नर ने स्वप्रेरणा से एक छोटा राममंदिर बनवाया, जिसमें राम दरबार की प्राणप्रतिष्ठा के लिए कार्यक्रम शुरू कर दिए हैं।
अयोध्या के साथ ही यहां भी रखी नींव
श्योपुर में किन्नर समुदाय की गुरु गद्दी संभाल चुकी कोमल किन्नर ने कुछ साल पहले फक्कड़ चौराह क्षेत्र में अपना आश्रम बनाया। उन्होंने अयोध्या के राममंदिर के लिए भी 51 हजार रुपए का दान किया था। उनका कहना है कि शुरू से इच्छी रही है कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा तो मैं भी अपने यहां एक राम मंदिर बनवाऊं और जब 5 अगस्त 2020 में अयोध्या में राममंदिर की नींव रखी गई, तभी मैंने अपने आश्रम में राममंदिर की नींव रखी। इसके बाद धीरे-धीरे काम करवाया, क्योंकि यहां प्राण प्रतिष्ठा भी अयोध्या के साथ ही करनी थी। यही वजह है कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला विराज रहे हैं तो यहां भी राममंदिर में राम दरबार की प्राणप्रतिष्ठा की तैयारी चल रही है। कोमल का कहना है कि भगवान श्री राम ने 14 वर्ष के वनवास से वापस लौटने पर किन्नरों को आशीर्वाद दिया था। उन्होंने कहा था कि किन्नर जिसे भी और जो भी आशीर्वाद देंगे वह जरूर पूरा होगा।
मकराना के लाल पत्थर से मंदिर, मार्बल की प्रतिमा
किन्नर कोमल द्वारा बनाया गया ये राम मंदिर राजस्थान के मकराना के लाल पत्थरों से बनाया गया है। 4 फीट ऊंचे चबूतरे पर बनाए गए इस मंदिर का निर्माण दौसा और मथुरा के कारीगरों ने किया है, जिसमें राजस्थानी शैली की आकर्षक नक्काशी और जालियां बनाई गई हैं। विशेष बात यह है कि इस मंदिर में विराजित की जाने वाली भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं भी मकराना के संगमरमर से बनी हैं।