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चड्डी बनियान गिरोह के डर से पौन घंटे दहशत में रहा परिवार

वारदात को अंजाम देने वाले वाले बदमाशों ने पहले नौकर,फिर भाजपा नेता के नाती को बनाया बंधक

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चड्डी बनियान गिरोह के डर से पौन घंटे दहशत में रहा परिवार

श्योपुर । जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा का शहर के जैदा मंडी रोड क्षेत्र में फार्म हाउस है। यहां शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को एक बजे बदमाश डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंचे। बदमाशों ने जिस समय वारदात को अंजाम दिया,उस समय जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा और उनके पति फॉर्म हाउस के ही अंदर दूसरे मकान पर थे। लेकिन घर में जिला पंचायत अध्यक्ष के ससुर और भाजपा के वरिष्ठ नेता मूलचंद रावत सहित परिवार के अन्य लोग मौजूद थे। यहां करीब पौन घंटे बदमाश परिवार के लोगों को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम देकर भाग निकले। जिस समय बदमाश वारदात को अंजाम दे रहे थे,उस समय घर के सभी लोग दहशत में थे। बदमाशों के जाने के बाद ही भाजपा नेता के द्वारा मामले की सूचना पुलिस को दी गई।


खास बात यह है कि वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों ने सबसे पहले घर के बाहर सो रहे नौकर सूरज आदिवासी को बंधक बना लिया। शोर मचाने पर नौकर को परिवार सहित मारने की धमकी देकर दो बदमाश उसके पास ही बैठ गए। इसके बाद पांच बदमाश सीढ़ी के सहारे दूसरी मंजिल पर सो रहे मूलंचद रावत के नाती आशीष के कमरे की खिड़की से अंदर घुस गए। जहां उन्होंने आशीष को बंधक बनाया और आशीष से फोन लगाकर मूलंचद रावत के कमरे का गेट खुलवाया। मूलचंद रावत ने जैसे ही अपने कमरे का गेट खोला,वैसे ही बदमाशों ने उनको भी बंधक बना दिया और उनसे माल देने की डिमांड रखी। लेकिन रावत ने यह कहते हुए इंकार कर दिया अभी तो कुछ नहीं है और तुम आशीष को साथ ले जाओ, सुबह तुम जितने मांगोगे,उतने पैसे तुम्हारे पास भिजवा दूंगा और आशीष को छुडा लूंगा। फिर बदमाशों ने आशीष के जरिए परिवार की महिलाओं को जगाकर उनके कमरे के गेट खुलवाए और उनसे तिजोरी की चाबी मांगी। मगर महिलाओं ने चाबी नहीं दी। जिसके बाद बदमाशों ने उनको धमकाते हुए कमरे के अंदर से तिजोरी की चाबी ढूंढ कर उससे तिजोरी खोल दी।


नहीं खुल पाया तिजोरी के अंदर का लॉकर
बताया गया है कि बदमाशों ने चाबी ढूंढकर तिजोरी तो खोल ली। लेकिन वे तिजोरी के अंदर के लॉकर को नहीं खोल पाए। फिश्र परिवार की महिलाओं को डराया तो रावत की नातिन आकांशा ने तिजोरी का लॉकर खोल दिया। जिसके बाद बदमाश तिजोरी के अंदर से ४० तोला सोना, ६ किलो चांदी और ३० हजार रुपए नकद समेट ले गए।


खिड़की से कूद कर पहुंचे थाने
वारदात के बाद बदमाश खेतों में होकर भाग गए। इसके बाद मूलचंद रावत खिड़की के सहारे नीचे उतरे और पड़ौसी की बाइक लेकर रात दो बजे कोतवाली थाने पहुंचे और घटना की सूचना दी।जिसके बाद पुलिस मौके पहुंच गई।


छह बदमाशों के खुले थे चेहरे,एक के मुंह पर था नकाब
वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की संख्या सात बताई जा रही है। जिनमें एक बदमाश के चेहरे पर नकाब बंधा था। जबकि छह बदमाशों के चेहरे खुले थे। भाजपा नेता के नाती आशीष और नौकर सूरज आदिवासी ने बताया कि यदि बदमाश उनके सामने आ जाए तो वे उनको पहचान लेंगे। लेकिन उनकी भाषा जंगल की तरफ की लग रही थी। बदमाशों के पास डंडे और पेचकश बताए गए थे।


एसपी ने किया मौका मुआयना
वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस कप्तान डॉ शिवदयाल सिंह , एएसपी सुमन गुर्जर, एसडीओपी महेन्द्र कुमार शर्मा रात करीब ३ बजे घटनास्थल पर पहुंच गए। जहां एसपी डॉ सिंह,पुलिस अधिकारियों के साथ दो घंटे तक घटनास्थल पर रुककर मौका मुआयना करते रहे। वहीं एफएसएल अधिकारी भी रात को ही मौके पर पहुंच गए।