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शिवपुरी में औसत बारिश का आंकड़ा पार

शुक्रवार को हुई 50 एमएम बारिश

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Gaurav Sen

Aug 19, 2016

shivpuri

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शिवपुरी.
सावन खत्म होने व भादौ के पहले दिन शुक्रवार को दिन भर हुई बारिश से जिले में बारिश का औसत आंकड़ा पार हो गया। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश में न केवल दिन गुजरा, बल्कि अभी तक हुई बारिश में बदरवास ब्लॉक में सामान्य से 200 मिमी बारिश अधिक हो गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर यदि भरोसा किया जाए तो शिवपुरी में औसत बारिश का आंकड़ा इस बार डेढ़ गुना तक हो सकता है।

सावन के आखिरी दिन रक्षाबंधन की शाम से रिमझिम बारिश शुरू हुई, जो भादौ के पहले दिन शुक्रवार की सुबह जमकर बरसी। वहीं दिन भर कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश ने पूरा शहर तरबतर कर दिया। निचले इलाकों में बारिश का पानी भर जाने से जहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पड़वा होने की वजह से बाजार बंद रहा तथा शासकीय स्वैच्छिक अवकाश होने से सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों ने घरों पर रुककर बारिश का लुत्फ उठाया। चूंकि भू-अभिलेख द्वारा सुबह 8 बजे तक की बारिश को शामिल किया जाता है, इसलिए अभी तक 755.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों को जोडऩे वाले विभागीय कर्मचारी का कहना है कि शुक्रवार को दिनभर से जो बारिश हो रही है, उसे देखकर लगता है कि भादौ के पहले दिन ही जिले की औसत सामान्य बारिश का आंकड़ा यानि 816.3 मिमी पार हो जाएगा। जबकि पिछले वर्ष अभी तक 677.9 मिमी बारिश हुई थी।

खेतों में भरा पानी, गलने लगीं फसलें

आसमान से लगातार हो रही बारिश अब किसान के लिए आफत साबित हो गई है। लगातार बारिश के कारण एक ओर जहां खेतों में पानी भरने से नमी बढ़ गई है, वहीं दूसरी और फसल गलने लगी है। हजारों किसानों के खेतों में तो बीज ही गल गया जिसके कारण खेतों में फसल ही नजर नहीं आ रही। इसके अलावा सोयाबीन और उड़द में पीला मौजिक का प्रकोप भी शुरू हो गया है, जिसके लिए किसान तमाम प्रयास कर रहे हैं। कई खेतों में फसलें गल गई हैं तो कई खेतों में पौध ग्रोथ नहीं कर पा रही है। इस साल सैंकड़ों किसानों की टमाटर की फसल भी खराब हो गई है। खास बात यह है कि कई किसानों ने दो दो बार बोबनी की है, परंतु इसके बाबजूद भी खेत सूने ही रह गए। कई किसानों ने खेतों में फसल खराब होने पर उसे पशुओं को चराना शुरू कर दिया है।

जिले में कई खेतों में खराब हुई फसल के बाद तो किसानों ने हार मान ली है। फसल ख्राब होने के बाद अब किसानों ने मवेशी चराना शुरू कर दिए हैं।