27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नरवर में पाल समाज बनाएगा छात्रावास

पाल समाज की महापंचायत में समाजबंधुओं ने लिया निर्णय  

2 min read
Google source verification
Mahapanchayat, sail society, decision, hostel, help, shivpuri news, shivpuri news in hindi, mp news


शिवपुरी. पाल बघेल समाज की महापंचायत रविवार को नरवर ब्लॉक के ग्राम पारागढ़ में चुरवाले हनुमान मंदिर पर आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नरवर में एक बघेल छात्रावास बनाया जाएगा। पंचायत में उपस्थित सभी समाज बंधुओं ने छात्रावास निर्माण में धनराशि देने का आश्वासन दिया।
महापंचायत का शुभारंभ लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य अंगद सिंह बघेल, बघेल सुधार समिति के अध्यक्ष रामप्रसाद बघेल, सीताराम बघेल, हाकिम सिंह बघेल ने माल्यार्पण कर किया। अंगद सिंह बघेल ने कहा कि छात्रावास निर्माण में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। समाज के जिलाध्यक्ष एड. रामस्वरूप बघेल ने कहा कि समाज को राजनीतिक रूप से सक्षम बनाने के लिए हमें समाज की गांववार गणना करनी होगी। भरोसाराम पाल ने कहा कि समाज द्वारा नरवर ब्लॉक में बनाए जा रहे छात्रावास में कक्षा 1 से 12 वीं तक के बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। पाल समाज के पूर्व जिलाध्यक्ष प्राणसिंह पाल ने कहा कि हमें साहूकारों से कर्ज लेना बंद करना पड़ेगा। कार्यक्रम में राजभान बघेल, धर्मेंद्र बघेल, होतम बघेल, जगन सिंह बघेल, नीरज पाल, भगवान सिंह पाल, राकेश पाल, प्रकाश पाल, अजब सिंह बघेल, अमृत लाल बघेल मौजूद रहे।
सहयोग का आश्वासन
छात्रावास निर्माण में पेंशनर्स कर्मियों ने अपने पांच दिन की पेंशन देने की बात कही।
शासकीय सेवकों ने दस दिन का वेतन देने की बात कही।
समाज के किसान साथियों ने 1 हजार रुपए प्रति किसान देने की बात कही।
नरवर समाज सुधार समिति के प्रत्येक पदाधिकारी ने 11 हजार रुपए का सहयोग देने को कहा।
समिति के अध्यक्ष हाकिम सिंह बघेल की ओर से 51 हजार देने की घोषणा की गई।

नौ माह से वेतन न मिलने से कर्मचारियों में आक्रोश
शिवपुरी. जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में ११ नई जांचें बढ़ाए जाने से वहां पदस्थ कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ गया है। वहीं पिछले नौ माह से वेतन न मिलने के कारण वहां पदस्थ कर्मचारियों में रोष की स्थिति निर्मित हो गई है।
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में पदस्थ नौ संविदा कर्मचारियों को पिछले नौ माह से वेतन नहीं दिया गया है। कर्मचारी जिला अस्पताल के सीएस से लेकर स्वास्थ्य विभाग की पीएस गौरी सिंह तक से गुहार लगा चुके हैं, परंतु आज तक उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई है। उल्टा बीते रोज मरीजों के लिए सेरिब्रो स्पाइनल फ्रलजा एक्जा मिनेशन 2, हीमोग्लोबिन जांच (सायनमैथ हीमोग्लोबिन मैथड से), यूरिन कीबेन बॉडी टेस्ट, यूरिन में बाइल साल्ट एवं बाइल पिग्मेंट की जांच, प्रोथॉम्बिन टेस्ट, यूनिज प्रोटीन टेस्ट, ऑक्ल्ड ब्लड की यूरिन में जांच, यूरिन स्पेस्फिक ग्रेबिटी जांच, एनीमिया टाइपिंग जांच, रेटिकुलो साइट काउन्ट, सिकालिक टेस्ट की सुविधा बढ़ा कर काम का बोझ बढ़ा दिया है। इस वजह से कर्मचारियों में रोष की स्थिती बनी हुई है। कर्मचारियों का कहना है कि उनके घरों पर बड़ी मुश्किल से कर्जा ले लेकर चूल्हा जल रहा है, ऐसे में उनके ऊपर बेवजह का बोझ और डाल दिया गया है।