सीकर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शनिवार देर शाम सीकर पहुंचे। उन्होंने कृषि उपज मंडी में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर कृषि उपज मंडी में छात्र अधिकार युवा हुंकार रैली को संबोधित किया।
सीकर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शनिवार देर शाम सीकर पहुंचे। उन्होंने कृषि उपज मंडी में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर कृषि उपज मंडी में छात्र अधिकार युवा हुंकार रैली को संबोधित किया। बेनीवाल ने कहा की राजस्थान की हठधर्मी सरकार ने छात्र हितों पर कुठाराघात करने का प्रयास किया है इसे राजस्थान का युवा कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। 14 सितंबर को जयपुर में एक लाख से अधिक युवा अपने हक के लिए एकत्रित होंगे और सरकार को झुकाने का काम करेंगे। किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा की सत्ता में होते हुए आरएलपी ने केंद्र की सत्ता से बाहर हो गए और और सड़क पर किसानों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा की एनडीए से पंजाब का एक दल भी अलग हुआ, मगर उन्होंने सड़क पर संघर्ष नहीं किया। बेनीवाल ने कहा कि इस बार भाजपा को रोकना है और कांग्रेस को भी सत्ता से बेदखल रखना है, तभी आरएलपी सत्ता में आएगी। सांसद ने कहा 70 सालों से धोखा देने वाले लोगों को इस बार सबक सिखाना है। उन्होंने कांग्रेस की ओर से कर्ज माफी के वादे को पूरा नहीं करने से जुड़े मामले को लेकर जमकर बरसे। उन्होंने कहा जगदीप धनकड़ को उप राष्ट्रपति केवल वोट बैंक साधने के लिए बनाया गया है। जनता भाजपा के झांसे में नहीं आएगी, क्योंकि लोगों को इस बात का पता है की सच्चे अर्थों में जमीन पर उनके लिए कौन काम आएगा। सांसद ने कहा की सांसद बनने के बाद उन्होंने लोक सभा में अग्निपथ का पुरजोर विरोध किया। इससे पहले जिलाध्यक्ष महेन्द्र डोरवाल, सांवरमल मुवाल, औकार मूण्ड सहित अन्य की अगुवाई में स्वागत किया गया।
बोले जेजेपी ने पहलवान बेटियों को न्याय नहीं दिलाया
आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा की भाजपा व कांग्रेस के खिलाफ लड़ने वाले सभी दलों के साथ गठबंधन की राह खुली है। जेजेपी से जुड़े सवाल पर कहा की जो लोग जंतर -मंतर पर आंदोलित पहलवान बेटियों को न्याय नहीं दिलवा सके, जो खुद के परिवार के नहीं हो सके और जो लोग किसानो के बेटों के हत्यारों के साथ गठबंधन करके सत्ता में आए हैं, उनका राजस्थान में कोई भविष्य नहीं है। बेनीवाल ने कहा राज्य सरकार और केंद्र सरकार में बैठे मंत्री, दर्जनों विधायक छात्र राजनीति के माध्यम से आगे बढ़े लेकिन छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग पर चुप हो गए।