सीकर

कलक्टर -एडीएम के निर्देश ताक पर, धड़ल्ले से गुजर रहे बजरी व मिट्टी के ओवरलोड डंपर

- बजरी व रेत माफियाओं ने पुलिस व परिवहन विभाग के पैरलल लगा रखी टीमें व सोर्स, जहां गश्त उस रास्ते से नहीं गुजरते ओवरलोड डंपर-ट्रक - सरपंच, जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य भी बजरी खनन माफियाओं के खिलाफ कर चुके शिकायतें

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Aug 23, 2025

यादवेंद्र सिंह राठौड़

सीकर. सीकर शहर व आसपास के गांवों से ओवरलोड वाहन बेधड़क गुजर रहे हैं। इन ओवलोड डंपर, ट्रकों व ट्रैक्टर-ट्रॉलियों ने सड़कों को जर्जर कर दिया है। सड़कों पर जगह-जगह गड्डे हो गए हैं। शहरवासियों व ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने भी बजरी खनन माफियाओं के खिलाफ खनन विभाग, जिला प्रशासन को पत्र लिखे जा चुके हैं। कलक्टर व एडीएम ने कार्रवाई के लिखित निर्देश भी दिए लेकिन आज तक इन माफियाओं पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है। संबंधित विभाग के अधिाकरी सिर्फ दिखावे के लिए एक-दो डंपर या ट्रक जब्त कर खानापूर्ति कर लेते हैं। सीकर शहर व आसपास के गांवों की सड़कें टूट गई हैं और डामरीकृत रोड की जगह जगह-जगह गड्डे ही दिखाई दे रहे हैं। राजस्थान पत्रिका की टीम ने एक सप्ताह तक सीकर शहर व आसपास स्टिंग कर ओवरलोड डंपरों व ट्रकों की फोटो ली व वीडियो बनाए। डंपर चालक इतने शातिर हैं कि पीछा करते देख डंपर को होटल या ढाबे पर खड़ा कर गायब हो जाते हैं।

पैरलल टीमें लगा रखीं-

सबसे बड़ी बात यह है कि इन बजरी व रेत माफियाओं ने परिवहन विभाग व पुलिस की टीमों व रात्रि गश्त के पैरलल अपनी टीमें तैनात कर रखी हैं, जो कि पुलिस व आरटीओ कार्यालय के उड़नदस्ते के पैरलल गश्त कर इनकी सूचना रेत माफियाओं को दे देते हैं। ये गश्त वाली टीम की हर पल की खबर रेत व बजरी माफियाओं को देते रहते हैं। ऐसे में ये बजरी व खनन माफिया पुलिस गश्त वाले रुट से नहीं जाकर दूसरे रास्ते से शहर में प्रवेश करते हैं।

नीमकाथान व उदयपुरवाटी से आ रही बजरी व क्रेशर-

सीकर जिले के नीमकाथाना के गुहाला, पाटन और झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी व चिराना क्षेत्र की नदियों से बजरी खनन करके लाते हैं। वहीं सीकर की शोभावती नदी व रैवासा, जीणमाता क्षेत्र से क्रेशर से भी ओवरलोड क्रेशर की डस्ट आदि परिवहन की जा रही है। ओवरलोड डंपर व ट्रक धड्ल्ले से चल रहे हैं। ऐसे में बारिश के मौसम में ये ओवरलोड वाहन सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। सड़कों पर जगह-जगह गड्डे हो रखे हैं।

सिंहासन सहित आसपास के गांवों से हो रहा रेत खनन-

वहीं सिंहासन, गुंगारा, गुमाना का बास, पिपराली, रघुनाथगढ़, भैंरूजी स्टैंड सहित आसपास के गांवों से रेत खनन हो रहा है। इन गांवों से हर दिन 150 से अधिक मिट्टी से भरे डंपर लक्ष्मणा का बास, पिपराली, कुड़ली, कटराथल सहित आसपास के गांवों की सड़कों से निकल रहे हैं। ऐसे में इन गांवों की सड़कें टूट गई हैं और दिन-रात मिट्टी के ओवरलोड डंपर गुजरने से कई बड़ी दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है। अकेले सिंहासन गांव से ही हर दिन 60 मिट्टी से भरे डंपर जा रहे हैं। गांव के लोगों ने अपने खेतों से 10 फीट नीचे तक रेत बेच दी है। ऐसे में सिंहासन सहित आसपास के गांवों की सड़कें इन डंपरों के आवागमन से टूट गई हैं।

जनप्रतिनिधियों के पत्र व कलक्टर के आदेश भी ताक पर -

सिंहासन ग्राम पंचायत के सरपंच, लक्ष्मणा का बास ग्राम पंचायत के सरपंच, कुड़ली सरपंच सहित आसपास की ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने जिला कलक्टर व एसडीएम को ओवरलोड मिट्टी व बजरी के डंपरों व ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कई बार पत्र लिखे हैं। इसके बाद जिला कलक्टर ने भी सीकर एसडीएम को पत्र लिखकर अवैध रूप से चल रहे ओवरलोड डंपरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखे लेकिन सीकर एसडीएम, दादिया थानाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों व परिवहन विभाग के अधिकारियों ने इन ओवरलोड डंपरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

इनका कहना है-

एसडीएम व संबंधित तहसीलदार के साथ ही परिवहन विभाग व पुलिस अधिकारियों को अवैध रूप से ओवरलोड डंपर व ट्रकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हुए हैं। ओवरलोड वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी।

मुकुल शर्मा, जिला कलक्टर, सीकर

Published on:
23 Aug 2025 12:03 am
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