देर रात तक जारी रहा अभियान, सभापति व आयुक्त ने संभाला मोर्चा
सफाई कर्मचारियों और शहरी सरकार के बीच वार्ता से बुधवार को भले ही सुलह की राहें खुल गई। लेकिन शहरवासियों को अभी पूरी तरह राहत नहीं मिल सकी है। शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह शुक्रवार तक पटरी पर आ सकेगी। शहर के कई जोन में नगर परिषद की टीम कचरा उठाने के लिए पहुंची। लेकिन आधे से ज्यादा शहर के लोग देर शाम तक सफाई कर्मचारियों का इंतजार करते रहे। सफाई कर्मचारियों ने सुबह पहले तो आंदोलन का ऐलान किया। लेकिन नगर परिषद सभापति जीवण खां और आयुक्त शशिकांत शर्मा ने सुबह से ही बातचीत का दौर शुरू कर दिया। सुबह नौ बजे सफाई कर्मचारियों ने काम पर वापस आने का ऐलान कर दिया। इसके बाद सभापति व आयुक्त ने शहर के हालात देखे और सफाई कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कराया। खुद सफाई कर्मचारियों ने माना कि एक से दो दिन में कई गुणा कचरा एकत्रितत होने की वजह से व्यवस्था बनाने में समय लगेगा।
दिनभर इंतजार, नहीं आया आया ऑटो टीपर
राधाकिशनपुरा क्षेत्र की गृहिणी सरिता देवी ने बताया कि हड़ताल भले ही खत्म हो गई हो लेकिन बुधवार शाम तक कचरा गाड़ी नहीं आई। इसी तरह रानी शक्ति इलाके की कई गलियों के लोगों ने बताया कि नगर परिषद में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी सफाई के लिए कोई नहीं आया है। जयपुर रोड निवासी सुहैल ने बताया कि चार दिन से कचरा गाड़ी नहीं आने की वजह से घर में काफी कचरा एकत्रित हो गया है।
शहरवासियों को जल्द राहत
सफाई कर्मचारियों की सभी समस्याओं का समाधान हो गया है। कर्मचारियों ने शहर में बुधवार से युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। गुरुवार दोपहर तक शहर के सभी क्षेत्रों से कचरा संग्रहित हो जाएगा। परिषद स्तर पर लगातार सफाई कार्य की मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
जीवण खां, सभापति, नगर परिषद