
सीकर.
पुलिस ने करीब 5 महीने से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी बदमाश हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने दिल्ली, गुजरात, असम, हिमाचलप्रदेश सहित पांच राज्यों में फरारी काटी है। हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा आरके ग्रुप 0056 का मुख्य सरगना और 5600 ग्रुप के सरगना महेंद्र धींवागुंगारा का सहयोगी है। दोनों मिलकर विवादित जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जे, जानलेवा हमला, लूट, फायरिंग, दलित परिवारों व पीड़ित किसानों पर दबाव बनाकर व मारपीट कर जमीनें हड़पने का काम करते हैं। आरोपी कटेवा के खिलाफ पिछले छह साल में 24 मामले दर्ज हैं। उक्त मामले में अभी चार इनामी बदमाश सहित कई आरोपी फरार चल रहे हैं। आरोपी हिस्ट्रशीटर कटेवा को पकड़ने में दादिया थानाधिकारी प्रोबेशनर आईपीएस प्रतीकसिंह, डीएसटी टीम के कांस्टेबल अंकुश व महावीर की अहम भूमिका रही है।
एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह जोधा ने पूरे प्रकरण का खुलासा करते हुए बताया कि आमजन को ऐसे अपराधियों से डरना नहीं चाहिए। आरोपी स्वयं पांच महीने से बचता फिर रहा था और मजदूर की तरह कोटड़ी में छुप कर फरारी काट रहा था। सीओ सिटी प्रशांत किरण ने बताया कि 25 नवंबर को श्रवण कुमार निवासी भादवासी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह शाम के समय गुमाना का बास की तरफ ढाणी में शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। उसके साथ अशोक कुमार भी था। सुरेश कुमार मुंवाल के पास फॉरच्यूनर गाड़ी थी। वापस लौटते समय रात को करीब 8:15 बजे लक्ष्मणा का बास की तरफ से आने वाली सड़क पर हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा पुत्र राजेंद्र कटेवा निवासी कैमरी की ढाणी खिरोड़ व उसके 15 बदमाश साथियों ने सुरेश की कार को तोड़ दिया। रविंद्र कटेवा ने सुरेश पर पिस्टल से फायरिंग की। रविंद्र के साथ विकास, रोहित गिल, सोनू ढाका, संदीप गिल, हिस्ट्रीशीटर मनोज महला भी था। इन लोगों ने सुरेश को पकड़कर अपनी कैंपरगाड़ी में डालकर उसका किडनैप किया और कुछ दूर आगे ले जाकर नीचे गिरा कर हाथ-पैर तोड़ दिए। सुरेश के पैरों को सरियों से गोद दिया था।
पुलिस लगातार गैंग के मुख्य सरगना रविंद्र कटेवा की तलाश में उसके गांव और आसपास के इलाकों, जयपुर, हरियाणा, हिमाचलप्रदेश, लक्ष्मणगढ़ सीकर, नागौर के खोजास और दिल्ली में दबिश दी थी। लेकिन आरोपी रविंद्र कटेवा पुलिस के हाथ नहीं आ सका। उसने दिल्ली के पास एक गांव में छोटे से कमरे में भी फरारी काटी। पुलिस उसे पकड़ नहीं सके इसलिए फर्जी सिम कार्ड इस्तेमाल करने लगा। इस बीच सीकर पुलिस को ह्यूमन इंटेलिजेंस और मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि आरोपी दिल्ली में है। ऐसे में सीकर डीएसटी टीम के कॉन्स्टेबल अंकुश और महावीर सहित टीम दिल्ली पहुंची। जिन्होंने वहां घूमते हुए रविंद्र कटेवा को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भागने की कोशिश करने लगा। अंकुश और महावीर ने साहस दिखाते हुए उसे पकड़ लिया।
पुलिस उसे लेकर दिल्ली से सीकर के लिए रवाना हुई। जैसे ही पुलिस टीम रघुनाथगढ़ के पास पहुंची तो वहां आरोपी रविंद्र कटेवा ने टॉयलेट करने को कहा। ऐसे में पुलिसकर्मी उसे टॉयलेट करवाने के लिए साथ गए। जहां कटेवा ने एक पुलिसकर्मी को धक्का दिया और भागने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद इंस्पेक्टर सुनील जांगिड़ और उनकी टीम ने कटेवा को पकड़ लिया। भागने के दौरान वह नीचे पत्थरों में भी गिरा, जिससे उसका एक पैर भी चोटिल हो गया।
5600 ग्रुप के सरगना महेंद्र कुमार धींवा पुत्र बनवारी लाल धींवा निवासी गुंगारा ने हिस्ट्रशीटररविेंद्र कटेवा को जमीन विवाद में पीड़ित श्रवण कुमार फगेड़िया निवासी भादवासी को जान से मारने की सुपारी दी थी। घायल सुरेश कुमार मुंवाल ने श्रवण को बताया कि रविंद्र कटेवा धमकी दे रहा था कि उसने श्रवण फगेड़िया की कब्जाशुदा जमीन का सौदा शारदा पत्नी श्रीचंद जाट निवासी भादवासी से कर लिया है। शारदा और उसके बेटे जितेंद्र, राजेश ने श्रवण फगेड़िया को मारने की सुपारी दे रखी है। इसलिए उसका जल्द ही निपटारा कर दूंगा। हिस्ट्रीशीटर 0056 ग्रुप के सरगना रविंद्र कटेवा ने सुरेश मुंवाल को कहा कि उसके ग्रुप 0056 और 5600 ग्रुप में शूटर बदमाश और बड़े गैंगस्टर हैं। बदमाशों में शामिल राजू बगड़िया ने जाते समय यह भी कहा था कि पहले इसे मार दो, बाद में श्रवण कुमार फगेड़ियो और उसके साथ वालों को निपटा देंगे। घटना के बाद पुलिस ने इस मामले आरके ग्रुप 0056 और आरोपी रविंद्र कटेवा को फॉलो करने वाले लोगों की बिना नंबरी और गाटर लगी 20 कैम्परगाड़ियां जब्त की थी। साथ ही मामले में साजिशकर्ता व हत्या की सुपारी देने वाले आरोपी महेंद्र कुमार धींवागुंगारा को 27 दिसम्बर को गिरफ्तार किया था।
पीड़ित सुरेश की फॉर्च्यूनरगाड़ी में रखे 8.85 लाख रुपए भी लूटकर चले गए थे। पुलिस लूट की राशि व फायरिंग में काम में ली गई पिस्टल बरामद करेगी। इसको लेकर पुलिस हिस्ट्रशीटर कटेवा से पूछताछ कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी में डीएसटी टीम के हैड कॉन्स्टेबल दुर्गाराम, कॉन्स्टेबल अंकुश, हरीश, विजयपाल, दिनेश कुमार,दलीप सिंह,साइबर सेल के हैड कॉन्स्टेबल महेश कुमार,कॉन्स्टेबल राकेश, उद्योगनगर पुलिस थाने के कॉन्स्टेबल बलवीर सिंह और महावीर की अहम भूमिका रही।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने कई नेताओं के साथ बैठे वीडियो भी इसके इंस्टाग्राम हैंडल पर अपलोड किए हुए हैं, जिसकी धौंस दिखाकर वह आम आदमी को डराता है और स्वयं को नेताओं का खास बताता है। सीओ सिटी आईपीएस प्रशांत किरण ने आम जनता से अपील की है कि युवा ऐसे बदमाश व हिस्ट्रशीटरों के बहकाने में आकर अपना कॅरियर बर्बाद नहीं करें। ये बदमाश युवाओं को बहका कर व पैसा व गाड़ियों का लालच देकर अपराध करवाते हैं।
पुलिस ने 13 अप्रैल को मामले में गैंग के सरगना हिस्ट्रशीटर मनोज महला को जयपुर से गिरफ्तार किया था। जिसकी कोर्ट में पेशी के दौरान मोबाइल से बात करते हुए का वीडियो भी सामने आए थे। इसके बाद सीकर एसपी भुवन भूषण यादव ने मामले दादिया पुलिस थाने के एएसआई रोहिताश्व कुमार, कॉन्स्टेबल संदीप और किशोर को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था।
Published on:
30 Apr 2025 12:05 am
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