rain alert in Rajasthan : मौसम विभाग ने अगले 3 से 4 दिन तक देश के 17 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/08/sk08pp04_4810175-m.jpg”>
वहीं मौसम विभाग ( IMD heavy rain alert t in Rajasthan ) ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश ( Rajasthan Weather Forecast ) की चेतावनी दी है। इनमें अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, झालावाड़, करौली, कोटा, बूंदी, राजसमंद, सवाई माधोपुर, टोंक, उदयपुर, सिरोही, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनूं और सीकर शामिल है। बता दें कि प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद से ही तेज बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में नदी, नालें उफान पर है।
Rain in Sikar : सीकर जिले में पिछले तीन दिन में हुई बरसात से पूरा शहर पानी-पानी हो गया। बरसात होने पर नवलगढ़ रोड पर घुटनों तक पानी भर गया। ऐसे में एक बारगी यहां पर वाहनों का आवागमन भी थम गया। अधिकतर दुकानदारों ने अपनी दुकानें भी नहीं खोली।
बरसात रुकने के कुछ समय बाद यहां पानी तो निकल गया, लेकिन इसके बाद सडक़ पर दलदल का आलम हो गया। ऐसे में राहगीर और आम लोग दिनभर परेशान होते रहे। रेलवे अंडरपास में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया। सडक़ों पर गहरे गड्ढ़े हो गए। इधर, रानोली में अंडरपास में पानी भरने से कई गांवों का संपर्क टूट गया।
अंडरपास में भरा पानी, आधा दर्जन गांवों का रास्ता बंद ( Cut of Road Connectivity in Village )
पिछले तीन दिन से हुई बारिश के बाद सीकर के शिश्यू रानोली में राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर स्थित त्रिलोकपुरा से रानोली मुख्य बाजार में जाने वाले रास्ते पर बने अंडरपास पानी से लबालब हो गया। इस वजह से वेद की ढाणी, टोडी, सांगरवा, माला की ढाणी, बराल, गुढा, पलासरा आदि गांवों का संपर्क टूट गया। इस गांवों में जाने के लिए लोगों को 4 किलोमीटर से अधिक चक्कर लगाना पड़ रहा है। इधर, रेलवे ने निर्माण पर करोड़ों रुपए तो खर्च कर दिए। लेकिन, पानी भराव की समस्या से निजात नहीं दिला सके। इससे ग्रामीणों में भी काफी आक्रोश है।
किसानों ने किया खेतों की तरफ रूख ( Monsoon Rrains Are Crucial For Farmers )
मानसून की अच्छी बरसात होने के बाद किसानों ने खेतों की तरफ रुख कर लिया है। जिन किसानों ने प्री-मानसुन की बरसात के दौरान ही बुवाई कर दी। उनके लिए यह बरसात बरदान साबित हो रही है। वहीं जिले के सभी इलाकों में बरसात से खेतों के साथ पहाड़ी इलाकों में भी हरियाली की रौनक दिखाई देने लगी है।