
सीकर।खंडेला थाना के पुलिसकर्मियों पर परिजनों ने 13 साल के दलित नाबालिग को चोरी के आरोप में अवैध हिरासत रखकर उसे पेशाब पिलाने का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि दलित नाबालिग बच्चे के साथ पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से डंडों व लात-घूसों से मारपीट की है, जिससे वह मानसिक व शारीरिक रूप से टूट गया है।
इसके विरोध में परिजनों व समाज के लोगों ने सीकर एसपी ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन कर एसपी को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन देकर खंडेला थानाधिकारी मांगीलाल, एएसआई पूरणमल व दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ पोक्सो में मामला दर्ज करने की मांग की है।
ग्रामीण बलबीर भारतीय ने बताया 21 अक्टूबर की रात को खंडेला पुलिस द्वारा 13 साल के नाबालिग लड़के को जबरन उठाकर चोरी करने के आरोप में हवालात में बंद कर दिया था। आरोप है कि खंडेला थाना पुलिसकर्मियों ने नाबालिग के साथ मारपीट की और उसे पेशाब पिलाया गया।
परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब वे नाबालिग को थाने से लेने गए तो खंडेला थानाधिकारी मांगीलाल व एएसआई पूरणमल ने परिजनों से कहा 50 हजार रुपए लेकर थाने आ जाओ। परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर कुकर्म के आरोप भी लगाए हैं। परिजनों ने आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी ऑफिस के बाहर जमकर नारेबाजी की और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की।
अगले दिन जब पीड़ित नाबालिग का 70 वर्षीय दादा थाना गया तो देखा कि पुलिसकर्मी नाबालिग के साथ हवालात में बुरी तरह से मारपीट कर रहे थे। नाबालिग के दादा ने पुलिसकर्मियों से पूछा कि बच्चे को क्यों पीट रहे हो तो पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग दादा के साथ भी मारपीट की। जिसमें बुजुर्ग का अंगूठा फ्रेक्चर हो गया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने दादा को वहां से भगा दिया। परिजनों ने 22 अक्टूबर को एसपी को लिखित शिकायत दी थी। बच्चा बहुत अधिक डरा हुआ है और दर्द से कराह रहा है। उसके पैरों में सूजन आई हुई है।
एसपी भुवन भूषण यादव बोले कि पुलिसकर्मी दोषी हुए तो कार्रवाई होगी। किशोर के साथ मारपीट के मामले में आज एक डेलिगेशन मिलने के लिए आया था। मैंने किशोर से बात की है। मामले की जांच रींगस सीओ को दी गई है। सीओ को 7 दिन का समय दिया गया है की वे 7 दिन में मामले की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट पेश करें।
Updated on:
29 Oct 2024 12:45 pm
Published on:
29 Oct 2024 11:47 am
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