इन गलियों से गुजरे श्याम
बाबा श्याम की शोभायात्रा श्याम मंदिर से श्याम कुण्ड, अस्पताल चौराहा, पुराना बस स्टेण्ड होते हुए कबुतरिया चौंक पहुंची। यहां यात्रा का विश्राम हुआ। करीब डेढ घंटे तक बाबा श्याम अपने भक्तों के संग रहे।
17 किमी चलते हुए तीन घंटे में हुए दर्शन
श्याम भक्तों की बढ़ी भीड़ को देखते हुए दर्शन व्यवस्था के लिए बुधवार को जिगजैग शुरू किए गए। ऐसे में भक्तों को रींगस रोड़ से पुराना बिजली ग्रिड, लामिया तिराहे से लखदातार मैदान में बने बड़े जिगजैग के बाद कुमावत कृषि फार्म से गुजरते हुए श्याम मंदिर पहुंचना पड़ा। करीब 17 किमी की इस यात्रा में श्रद्धालुओं को दर्शनों के लिए दो से तीन घंटे का समय लगा।
बरामदों में आश्रय, जगह जगह लगा जाम
एकादशी पर बाबा श्याम के दर्शनों की मची होड में होटल व धर्मशालाओं के अलावा भंडारों व अस्थाई आश्रय स्थल भी श्रद्धालुओं से खचाखच भर गए। ऐसे में लोग चबूतरों व बरामदों में आश्रय लेने को मजबूर रहे। रात को भी सैंकड़ों लोग इधर-उधर बरामदों में शरण लिए नजर आए। इधर, भक्तों की भीड़ जाम का सबब भी रही। मंढा व अलोदा रोड पर दिनभर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। जयपुर रोड पर भी सीकर से जयपुर तक श्याम भक्तों का रैला जारी रहा।
सूरजगढ़ के निशान के साथ मेले का समापन आज
बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले का समापन गुरुवार को सूरजगढ़ का निशान मंदिर पर चढऩे के साथ होगा। मंदिर के प्रधान सेवक हजारीलाल इंदौरिया ने बताया कि सूरजगढ़ वालों का इस बार 376 वां निशान बाबा के मंदिर में सुबह 11.15 बजे चढ़ाया जाएगा। जो पूरे साल मंदिर पर फहराएगा। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान एवं मंत्री श्याम सिंह चौहान ने बताया कि समापन पर मंदिर परिसर में सुप्रसिद्ध जिया बैंड अपनी प्रस्तुति देगा।
आज लगेगा खीर-चूरमे का भोग
खाटूश्यामजी के लक्खी मेले के समापन पर बाबा श्याम को परंपरागत रूप से खीर- चूरमे का भोग लगाया जाएगा। मंदिर कमेटी कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने बताया कि साथ में छप्पन भोग की झांकी भी सजाई जाएगी।
रातभर बही भक्ति गंगा
एकादशी पर जहां खाटूश्यामजी के मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ था, वहीं रात को जगह- जगह भक्ति गीतों की गंगा भी बहती रही। धर्मशालाओं व होटलों के अलावा कई सार्वजनिक स्थलों पर भक्त मंडलियां भजनों से श्याम बाबा को रिझाने में जुटी रही।