जमीन नामान्तरण नहीं खुलने के मामले में नेछवा तहसीलदार पर लगे आरोपों को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
सीकर.
जमीन नामान्तरण नहीं खुलने के मामले में नेछवा तहसीलदार पर लगे आरोपों को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री को नेछवा तहसीलदार के खिलाफ दी पैसे मांगने की शिकायत के मामले में जिला कलक्टर मुकुल शर्मा ने लक्ष्मणगढ़ उपखंड अधिकारी मोहर सिंह मीणा को जांच के आदेश दिए। जिला कलक्टर ने बताया कि मामले की जांच के बाद ही िस्थति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी। दूसरी तरफ आकवा निवासी बाबूलाल बलाई ने जमीन के नामान्तरण नहीं खोलने के मामले में प्रशासन व कोठ्यारी ट्रस्ट पर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत व तहसीलदार की ओर से जान बूझकर ऑनलाइन नामान्तरण को अटकाया गया। इस मामले में जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जब छोटेलाल ने शिकायत दी तो ट्रस्ट के कमल मोर सामने आ गए। उन्होंने कहा कि जमीन के दस्तावेज भी हमारे पास होने के बाद भी वेवजह मेरे परिवार को भू-माफिया बताया जा रहा है। इधर, ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी ने जमीन पर अपना दावा जताया है।
पंचायत ने खारिज किया था नामान्तरण: तहसीलदार
नामान्तरण के लिए पैसे मांगे जाने के आरोप निराधार है। नामान्तरण की प्रक्रिया में या तो नामान्तरणस्वतः दर्ज हो जाता है। तकनीकी खामी से कई बार नामान्तरणस्वतः दर्ज नहीं होता तो पटवारी की ओर से उसे दर्ज कर ग्राम पंचायत को भेजा जाता है।
अविनाश, तहसीलदार, नेछवा
भीम सेना करेगी आंदोलन
भीम सेना के राष्ट्रीय महासचिव राजेश जोया ने कहा कि दलितों की जमीन पर कब्जा करने की यह साजिश है। इस मामले में जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर पूरे मामले के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि दलितों के साथ ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने निष्पक्ष कार्रवाई नहीं तो आंदोलन किया जाएगा।