14 साल की पीडि़ता ने बताया कि बड़ा भाई अफ्रीका में काम करता है। मां जयपुर गई हुई थी। वह कमरे में अकेली बैठ कर शाम को पढ़ रही थी। उनके घर पर आरोपी युवक का पिछले एक साल से आना-जाना था। उसकी बड़ी भाभी को उसने धर्म बहन बना रखा था। शाम को वह घर पर आया तो एक अन्य युवक भी साथ में था। युवक ने उसके पिता को नींद की गोलियां डाल कर सुला दिया। दूसरा युवक उसके कमरे में आ गया। वह कमरे में बैठ कर पढ़ रही थी। वह पढ़ाई के बारे में पूछने लग गया। इसके बाद युवक ने कमरा बंद कर लिया और डऱा-धमकाकर बालिका के साथ दुष्कर्म किया। उसने शोर मचाया पर किसी ने आवाज नहीं सुनी। उसने बालिका का अश्लील वीडिय़ों भी बना लिया। वह किसी को बताने पर वीडिय़ों वायरल करने की धमकी व परिवार को जान से मारने की धमकी देकर चला गया था। बालिका की तबीयत खराब हो गई। सुबह युवक दोबारा घर पर आ गया और वीडिय़ों दिखाकर बोला कि किसी को बताया तो वायरल कर दूंगा। दो-तीन दिनों के बाद उसकी मां आई तो उसने कुछ नहीं बताया।
वीडिय़ो वायरल देख तीसरे युवक ने भी किया दुष्कर्म
आरोपी युवक का तीसरा दोस्त चार दिन पहले घर पर आया। मां-पिता खेतों पर काम करने गए हुए थे। घर पर कोई नहीं था। युवक ने घर आकर उसे वीडियों दिखाया। उसने वायरल करने की धमकी देकर डऱाया। युवक ने उसे कमरे में ले जाकर डऱा-धमकाया। इसके बाद दुष्कर्म किया। बालिका की तबीयत खराब हो गई। बालिका ने खाना भी नहीं खाया तो परिजनों ने उसे पूछा। अगले दिन भी वह गुमशुम कमरे में सोती रही। परिजनों ने दबाव बनाकर पूछा तो उसने पूरी बात कहीं। परिजन सुनकर हैरान रह गए। मां बेहोश होकर गिर पड़ी। तब परिचित व्यापारी ने उन्हें समझाया और पुलिस अधिकारियों के पास जाकर घटना की जानकारी दी। उन्होंने तुरंत मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए।
पीडि़त मुकदमा दर्ज कराने गए बदमाश धमकाने पहुंचे
पीडि़ता को साथ लेकर व्यापारी पुलिस थाने रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। तीनों आरोपियों को मुकदमा दर्ज कराने की बात का पता लगा गया। इस दौरान तीनों बदमाश अन्य बदमाशों के साथ पीडि़ता के घर पर पहुंच गए। वे पीडि़ता की घर पर पहुंच गए और बालिका के बारे में पूछताछ करने लगे। पीडि़ता की मां ने उनसे कहा कि वह गांव गई है। तब वे परिजनों को धमकी देकर चले गए। दूसरे दिन पीडि़ता को बयान के लिए थाने ले गए तो बदमाश घर आ पहुंचे। उन्होंने बालिका की मांग व भाई से मारपीट की। उन्हें मुकदमा वापस लेने व बयान देने से मना किया।
रात को जबरन मां व बालिका को गाड़ी में डाल ले गए
बदमाशों को मुकदमा दर्ज कराने की बात का पता लग गया। इसके बाद बदमाश रात को ही बालिका के घर पर पहुंच गए। उन्होंने मारपीट कर बालिका व उसकी मां को गाड़ी में बैठा कर ले गए। बदमाशों ने कोर्ट ने बयान बदलने की धमकी दी। दोनों को बाइपास पर एक होटल में ले गए। वहां पर रात को ढाई बजे तक डऱाया-धमकाया। बाद में बयान नहीं देने की बात बोलकर छोड़ कर गए। अगले दिन पीडि़ता ने आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म किए जाने के बयान दिए।
डऱी-सहमी बालिका ने किया आत्महत्या का प्रयास
बालिका की मां ने बताया कि तीन दिनों से बच्ची काफी डऱी-सहमी हुई है। दिनभर कमरे में ही गुमशुम बैठी रहती है। रात को परिवार के लोग सो गए थे। तब उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया। पंखा बंद होने पर उसकी आंख खुल गई तो गले में दुपट्टा लगा देखा। तब परिजनों ने उसे काफी समझाया। उन्होंने बताया कि उन पर काफी लोग मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे है।