सीकर/टोडा. लादीकाबास में रविवार को पंच सरपंच के उपचुनाव के लिए नामांकन भरे जाने थे। ग्राम पंचायत एक उम्मीदवार ने करीब तीन-चार दिन पहले नामांकन भरने की अपील की। जानकारी के अनुसार के लादीकाबास निवासी महेंद्र गुर्जर पुत्र हनुमान गुर्जर प्रशासन के सामने मौजूद होकर सरपंच पद के लिए नामांकन की अपील कर सुरक्षा की गुहार लगाई।
सीकर/टोडा. लादीकाबास में रविवार को पंच सरपंच के उपचुनाव के लिए नामांकन भरे जाने थे। ग्राम पंचायत एक उम्मीदवार ने करीब तीन-चार दिन पहले नामांकन भरने की अपील की। जानकारी के अनुसार के लादीकाबास निवासी महेंद्र गुर्जर पुत्र हनुमान गुर्जर प्रशासन के सामने मौजूद होकर सरपंच पद के लिए नामांकन की अपील कर सुरक्षा की गुहार लगाई।
प्रशासन ने उम्मीदवार की सुरक्षा के लिए मतदान केंद्र पर पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था करवा दी, लेकिन शाम पांच बजे तक उम्मीदवार नामांकन भरने के लिए मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचा। रविवार शाम पांच बजे तक पंच व सरपंच पद के लिए कोई नामांकन नहीं भरा गया, तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
पंच-सरपंच पद का नामांकन नहीं भरा जाए व चुनाव का बहिष्कार हो इसको लेकर ग्रामीण भी एकजुट होकर पूरी चाक चौबंद के साथ मैदान में डटे रहे। ग्रामीणों की एक ही मांग है कि ग्राम पंचायत लादीकाबास को अजीतगढ़ पंचायत समिति से हटाकर पाटन में जोड़ दिया। इसके बाद पूरा गांव मतदान में हिस्सा लेगा अन्यथा सभी चुनावों का बहिष्कार करेंगे। रिटर्निंग अधिकारी गंगाराम मीणा ने बताया कि लादीकाबास में रविवार को पंच-सरपंच पद के उम्मीदवार का नामांकन भरा जाना था। शाम पांच बजे तक एक भी नामांकन प्राप्त नहीं हुआ। इस दौरान रामस्वरूप कसाणा, करण सिंह तंवर बोपिया, रोमकिशन, रूड़मल गुर्जर, छाजूराम, भागीरथ गुर्जर, उमराव गुर्जर, रामेश्वर गुर्जर, बनवारी लाल, मन्ना लाल वर्मा, सुणाराम, रामेश्वर गुर्जर, रामस्वरूप गुर्जर, हनुताराम गुर्जर, मालाराम, हरदान, नरेश, दाताराम, मुकेश गुर्जर, राजू गुर्जर समेत आदि थे।
मतदान केंद्र बना छावनी
मतदान केंद्र राउमा. विद्यालय लादीकाबास रविवार को छावनी बन गया। मतदान केंद्र पर सुबह से ही पुलिस जाप्ता तैनात रहा। इस दौरान पाटन तहसीलदार मुनेश सर्वा मौजूद रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि महेंद्र गुर्जर को नामांकन करने के लिए बहकाया गया था। उसे ग्रामीणों ने काफी समझाइस भी की, लेकिन वह अंत तक नामांकन भरने को लेकर अड़ा रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि नामांकन के लिए महेंद्र को सुरक्षा के नाम पर बंधक बनाया गया है।
जगह-जगह ग्रामीण
नामांकन भरने की सुगबुगाहट को लेकर ग्रामीण सतर्क हो गए। पंच-सरपंच का नामांकन नहीं भरा जाएं इसको लेकर ग्रामीण एकजुट हो गए। शाम पांच बजे तक ग्रामीणों की सांस ऊपर नीचे होती रही। जब एक भी नामांकन नहीं भरा गया तब जाकर ग्रामीणों को राहत मिली। उम्मीदवार नामांकन भरने के लिए मतदान केंद्र तक नहीं पहुंचे। इसको लेकर लोग जगह-जगह मौजूद रहे। इस दौरान आमजन को कोई परेशानी नहीं हुई।
महिलाएं भी डटी रही
लादीकाबास के लोगों के साथ रविवार को महिलाएं भी मैदान में डटी रही। वहीं उम्मीदवार का पूरा परिवार अपनी स्वेच्छा से ग्रामीणों के साथ चुनाव बहिष्कार में ग्रामीणों के साथ मौजूद रहा। अलसुबह से ही मतदान केंद्र पर लोगों व महिलाओं की भीड़ नजर आई। बच्चों से लेकर बुजुर्ग चुनाव बहिष्कार में नजर आएं। ग्रामीणों की एकजुटता के आगे प्रशासन उम्मीदवार असफल नजर आया।