सीकर

सीकर संभाग मेंं आपका स्वागत है….

रंग लाई पत्रिका की मुहिम: पत्रिका अभियान और लोगों के संघर्ष की बड़ी जीतसीकर संभांग में सीकर, चूरू व झुंझुनूं जिले के साथ नीमकाथाना को भी शामिल किए जाने का प्रस्तावनीमकाथाना को जिला बनाने से सीकर जिले का दायरा होगा कमपीसीसी अध्यक्ष की अगुवाई में शेखावाटी के कई विधायकों ने जताया सीएम का आभार32 करोड़ से श्याम भक्तों के लिए बनेगा कॉरिडोर, सुगम होगी राहें

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Mar 18, 2023
बदल गया भूगोल: सीकर अब संभाग, नीमकाथाना बना जिला

आखिरकार पत्रिका मुहिम रंग लाई। हजारों लोगों के संघर्ष और पत्रिका अभियान की बदौलत सीकरवासियों के कई साल पुराने सपने शुक्रवार को साकार हो गए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को विधानसभा में वित्त व विनियोग विधेयक पर चर्चा के बाद सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला बनाने की घोषणा की। इसके साथ सीकर से नीमकाथाना तक आतिशी खुशियों से शिक्षानगरी गुलजार हो उठी। नीमकाथाना जिला बनने से सीकर का भूगोल भी बदलेगा। लंबे अर्से से यहां के जनप्रतिनिधियों की ओर से मुख्यमंत्री के सामने सीकर को संभाग बनाने की मांग की जा रही थी। पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री के लक्ष्मणगढ़ दौरे के दौरान पीसीसी अध्यक्ष गोन्दि सिंह डोटासरा ने संभाग की मांग रखी थी। खास बात यह है कि सीकर संभाग की मांग पर शेखावाटी के सभी विधायक एकजुट भी थे। इस वजह से सरकार की ओर सीकर को संभाग का तोहफा मिल गया। सीकर संभाग बनने से यहां की विकास की उम्मीदों को और पंख लग सकेंगे। इधर, पीसीसी अध्यक्ष की अगुवाई में शेखावाटी के कई विधायकों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है।

सीकर संभाग का यह होगा स्वरूप
सीकर संभाग में सीकर, चूरू, झुंझुनूं व नीमकाथाना जिला शामिल होने का प्रस्ताव है। फिलहाल सीकर और झुंझुनूं जिला जयपुर संभाग में संभाग में है। जबकि चूरू जिला बीकानेर संभाग में है। सीकर संभाग बनने से यहां के लोगों को छोटे-छोटे राजस्व सहित अन्य कामकाज के लिए जयपुर व बीकानेर नहीं जाना पड़ेगा। सीकर संभाग बनने से शिक्षागरी का विकास और तेजी से हो सकेगा।

नीमकाथाना जिला...अब ऐसे बदलेगा भूगोल
नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग पिछले 20 साल से गूंज रही थी। नीमकाथाना को जिला बनाने से सीकर के साथ झुंझुनूं जिले का भूगोल भी बदलेगा। प्रस्तावित नीमकाथाना जिले में श्रीमाधोपुर, नीमकाथाना, खंडेला के कुछ क्षेत्र, उदयपुरवाटी व खेतड़ी के कुछ क्षेत्र को शामिल किया जा सकता है। जबकि सीकर जिले में सीकर, धोद, लक्ष्मणगढ़, दांतारामगढ़ व फतेहपुर का क्षेत्र शामिल रहेगा। सीकर जिले में खनिज सम्पदा व उद्योग सबसे ज्यादा नीमकाथाना ब्लॉक में है।

इसलिए शिक्षानगरी को तोहफे पर तोहफा
-पिछले विधानसभा चुनाव में सीकर जिले ने पूरी सीट कांग्रेस को दी थी। यहां भाजपा का खाता भी नहीं खुल सका। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस सरकार ने सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला बनाकर सौगात दी है।
-सीकर के विधायकों की ओर से लगातार संभाग बनाने की मांग की जा रही थी।
-पिछले दिनों पीसीसी अध्यक्ष ने शेखावाटी महोत्सव सहित अन्य कार्यक्रमों में संभाग की मांग रखी थी। इस दौरान सीएम ने आश्वासन दिया था।
-नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग को लेकर यहां के लोगों की ओर से जयपुर तक यात्रा निकाली गई थी। वहीं संभाग की मांग को लेकर भी कई संगठनों ने आंदोलन किए थे।

आगे क्या: मिनी सचिवालय के पास में कार्यालय संभव
बजट में सीकर को मिनी सचिवालय की सौगात भी दी गई थी। सूत्रों की मानें तो मिनी सचिवालय में ही संभागीय आयुक्त कार्यालय बनेगा। नए संभागों के गठन से पहले सरकार की ओर से सीमा निर्धारण के लिए दुबारा से रिव्यू किया जाएगा। सीकर संभाग के धरातल पर आने के बाद अन्य विभागों के भी सीकर में संभागीय कार्यालय खुल सकेंगे।

आंदोलन से खुली राहें: 20 से अधिक संगठनों ने किया संघर्ष
सीकर संभाग के लिए दस साल से मांग गूंज रही थी। दो साल पहले सीकर विकास मंच व अभिभाषक संघ की ओर से आंदोलन शुरू किया था। इस दौरान 20 से अधिक संगठनों ने भी आंदोलन शुरू कर दिया। इस पर पीसीसी अध्यक्ष सहित अन्य विधायकों ने संभाग की मांग सीएम तक पहुंचाई थी। इसके अलावा कांग्रेस किसान मोर्चा की ओर से भी हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया था। इसको भी काफी समर्थन मिला था।

सोशल मीडिया पर मीम्स, संभाग चाहिए क्या
सोशल मीडिया पर सीकर संभाग को लेकर तरह-तरह के मीम्स भी वायरल हुए। इसमें लक्ष्मणगढ़ विधायक अपने भाषण में बोलते हुए नजर आ रहे है कि संभाग चाहिए क्या...।

जिले की सीमा होगी छोटी, जिला परिषद के वार्ड भी होंगे कम
नीमकाथाना के जिला बनने से सीकर जिले की सीमा छोटी होना तय है। क्योंकि सीकर जिले की तीन विधानसभाओं को नीमकाथाना में शामिल किया जा सकता है। वहीं सीकर जिला परिषद के वार्ड भी कम होंगे।

रोचक: सीएम यहां भी दिखा गए जादूगिरी
शेखावाटी महोत्सव के दौरान सीकर संभाग की मांग गूंजी। इस दौरान सीएम ने कहा कि लोगों की भावनाओं का सम्मान है कि इसलिए रामलुभाया कमेटी का कार्यकाल छह महीने बढ़ा दिया है। सीकर संभाग की मांग का परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद लोगों में मायूसी देखी गई। लेकिन शुक्रवार को संभाग की घोषणा कर दी। इसको लेकर लोगों में काफी चर्चा रही।

सियासत: संभाग के मुद्दे पर सभी ने जताई खुशी
हमेशा अलग रंगों के लिए पहचानी जाने वाली सीकर की सियासत शुक्रवार को एक रंग में दिखी। संभाग की घोषणा को सभी सियासी दलाें ने सराहा। हालांकि नए जिलों की घोषणा पर सियासत नजर आई।

Published on:
18 Mar 2023 12:25 pm
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