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विश्व एड्स दिवस: परदेसी बांट रहे एचआइवी वायरस, औद्योगिक क्षेत्रों में सबसे ज्यादा एड्स रोगी

- पिछले वर्ष की तुलना में कम हुई जांच फिर भी बढ़ गए संक्रमित मरीज, जागरुकता में कमी नहीं अब लापरवाही बन रही संक्रमण का कारण..........

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AIDS patients increased in MP Singrauli

AIDS patients increased in MP Singrauli

सिंगरौली. औद्योगिक कंपनियों में काम करने बाहर से आ रहे लोग वायरस बांट रहे हैं। इन क्षेत्रों मेें एड्स रोगियों की संख्या अधिक है। पिछले वर्ष की तुलना में आइसीटीसी सेंटर में जांच कम हुई हैं लेकिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ी है। एड्स को लेकर लोग जागरुक हैं लेकिन लापरवाही की वजह से संक्रमण बढ़ा रहे हैं। यह बीमारी धीरे-धीरे करके जड़ जमा रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में परदेसी संक्रमण को बढ़ा रहे हैं।

विभाग ने अब तक में कई रोगियों को चिह्नित किया है। बतादें कि वर्ष 2022-23 में जांच के दौरान आइसीटीसी सेंटर में 43 पॉजिटिव मिले हैं। जिसमें 25 पुरूष व 18 महिलाएं शामिल हैं। इस घातक बीमारी से एड्स रोगियों की मौत भी हो रही है। लगातार बढ़ रहे संक्रमण से अफसर हैरान हैं। जिला अस्पताल के आइसीटीसी सेंटर में जांच के दौरान हर वर्ष 15 हजार से अधिक मरीज पंजीकृत हो रहे हैं। यह बात और है कि आइसीटीसी सेंटर में जांच के बाद पॉजिटिव मरीजों को दवा देकर सेवा देने की कवायद जारी है।
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अब तक डेढ़ लाख से अधिक हुई जाचें
वर्ष 2009 से अब तक में कुल डेढ़ लाख से अधिक जांचें हो चुकी हैं। आइसीटीसी सेंटर में मौजूद आंकड़े यह बयां करते हैं कि यहां रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पुरूष व महिलाएं बराबर एचआइवी से पीडि़त हैं। करीब 12 हजार से अधिक जांच जिला अस्पताल के आइसीटीसी सेंटर में हुई। जिसमें जांच के बाद महिलाओं से ज्यादा पुरुष संक्रमित मिले हैं। लापरवाही व सामाजिक भय के चलते बीमारी के संक्रमण पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
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27 जगहों पर स्क्रीनिंग की सुविधा
एड्स रोगियों को जांच की स्क्रीनिंग की सुविधा जिले में 27 जगहों पर है। लमसरई, बगदरा, बरगवां, चितरंगी, देवसर, कर्थुआ, खुटार, माड़ा, मोरवा, निवास, विंध्यनगर, लंघाडोल, बैरदह, सरौंधा, सरई में रोगियों की स्क्रीनिंग की जाती है। वहीं बैढऩ, जयंत, चितरंगी व देवसर में मरीजों के पॉजिटिव की पुष्टि भी की जाती है।
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जागरुकता ही बचाव:
- कोई पुरुष व महिला दूसरों से यौन संबंध नहीं बनाएं।
- असुरक्षित यौन संबंध से बचें और सुरक्षित रहें।
- प्रयोग की गई इंजेक्शन सूई का प्रयोग नहीं करें।
- सेविंग के दौरान नई ब्लेड का प्रयोग करें।
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गर्भवती महिलाएं भी मिल रही पॉजिटिव
जनवरी से अब तक में दर्जनभर से अधिक महिलाएं एड्स रोगी पॉजिटिव मिली हैं। साथ ही कुछ गर्भवती महिलाओं की रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिलने के बाद उन्हें डॉक्टरों की ओर से उचित परामर्श दिया गया है। क्योंकि इसका प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है। उन्हें नियमित रूप से दवाएं लेने और डॉक्टरों का सलाह लेने के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं।
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जब किसी को संदेह हो तब...
01- किसी को लगता है कि उसे कोई संक्रमित सूई लगी है जिससे एचआइवी की आशंका है या फिर असुरक्षित यौन संबंध बना है तो सबसे पहले उन्हें अपनी जांच करवानी चाहिए।
02- पहली जांच दो सप्ताह होने पर करवाएं। यह एक तरह का एंटीजन टेस्ट होता है। यह नेगेटिव या पॉजिटिव आता है तो एक माह बाद एंटीवायरल टेस्ट किया जाता है।
03- दूसरी-तीसरी जांच में इसकी पुष्टि होती है। अगर पहले की जांचों में टेस्ट नेगेटिव आया है तो दूसरे और तीसरे महीने में भी वायरल लोड की जांच की जाती है। अगर दूसरे व तीसरे माह में भी वायरल लोड नेगेटिव आता है तो बीमारी नहीं है। यदि यह पॉजिटिव आता है तो तत्काल नजदीकी सेंटर में चिकित्सक परामर्श लें।
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रैली निकालकर करेंगे जागरूक
एक दिसंबर विश्व एड्स दिवस के अवसर पर गुरुवार को जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर से स्वास्थ्य विभाग की टीम जागरूकता रैली का आयोजन करेगी। रैली एड्स से कैसे बचें इसे लेकर रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। रैली जिला अस्पताल से शुरू होकर मुख्य मार्ग से अंबेडकर चौक, तुलसी मार्ग से होते हुए जिला अस्पताल में समाप्त होगी।
वर्जन:-
डरे नहीं, मरीज का देखभाल करें:-
अक्सर देखा जाता है कि एचआइवी मरीज की पहचान होने के बाद परिवार के लोग डर जाते हैं। इसलिए डरें नहीं सुरक्षित तरीके से देखभाल करेंं और जान बुझकर लापरवाही न करें। यदि मरीज का एक बार इलाज शुरू हो जाता है तो फिर डरने वाली कोई बात नहीं रहती है। मरीजों को नियमित रूप से दवाओं का सेवन करना चाहिए। धीरे-धीरे करे मरीज सामान्य लोगों की तरह जीवन जीने लगता है।
डॉ. विशेष सिंह, नोडल अधिकारी एड्स नियंत्रण जिला इकाई सिंगरौली।
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ऐसे समझे बढ़ते रोगियों की संख्या:
वर्ष जांचें हुई पॉजिटिव महिला पुरूष
2016-17 6304 17 09 08
2017-18 6874 43 24 17
2018-19 6828 39 12 20
2019-20 6581 16 05 10
2020-21 18000 22 07 15
2021-22 20000 30 13 17
2022-23 12090 43 18 25
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