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खड़े ट्रक से टकराई बस, दर्जनभर यात्री घायल

सासन चौकी क्षेत्र के ओरगाई पुल के पास हुई घटना, बीजपुर से सवारी लेकर बैढ़न आ रही थी बस

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bus and truck accident 12 passengers injured

bus and truck accident 12 passengers injured

सिंगरौली. कोतवाली थाना क्षेत्र के सासन चौकी अंतर्गत ओरगाई पुल के पास बुधवार दोपहर तेज रफ्तार बस खड़े ट्रक में टकरा गई। जिससे करीब दर्जनभर यात्री घायल हो गए। घटना के बाद कोहराम मच गया। स्थानीय लोगोंं ने डायल 100 को सूचना दिया। सूचना पर पहुंची डायल 100 की मदद से घायलों को आनन-फानन में उपचार के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक बुधवार दोपहर बीजपुर से सवारी लेकर बैढ़न की ओर आ रही बस क्रमांक एमपी 66 पी 0193 तेज रफ्तार होने की वजह से ओरगाई पुल के पास खड़े ट्रक में टकरा गई। जैसे ही बस ट्रक से टकराई , यात्री गिरने लगे। बस में बैठी एक बच्ची गेट से नीचे गिर गई। अन्य यात्रियों को भी चोट आई है। एक महिला गंभीर है। बस में आगे बैठे यात्रियों को ज्यादा चोट आई है। पीछे बैठे यात्रियों को चोट नहीं है। घटना में करीब दर्जन भर लोग घायल हुए हैं, जिसमें ज्यादातर महिलाए हैं। यात्रियों को आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया गया।

घटना में ये हुए घायल
घटना में करीब दर्जनभर से अधिक यात्रियों को चोटे आई। जिसमें रामनिवास नामदेव (48 ) निवासी बीजुपर, मीरा नामदेव (40) निवासी बीजपुर, राधेश्याम विश्वकर्मा (22) निवासी बहेरीकला, नरेन्द्र शांता मिश्र (42) निवासी बैढ़न , केवनी (43) निवासी चरगोड़ा, रामविलास (49) निवासी चरगोड़ा, शालु (23) निवासी महुली, शंकरदयाल रजक (48 ) निवासी हिर्रवाह, शांति देवी (41) निवासी हिर्रवाह सहित अन्य यात्री घायल हो गए।


ओवरलोड सवारियों से भरी थी बस
घायल यात्रियों ने बताया कि बस ओवरलोड थी। बस में करीब 59 यात्री सवार होकर बैढ़न की तरफ आ रहे थे। बस की गति तेजी थी। जिससे ओरगाई यात्रियों ने बताया कि तेज रफ्तार चलाने से चालक को मना भी किया गया, लेकिन वह किसी की नहीं सुना और खड़े ट्रक से भिड़ा दिया।

IMAGE CREDIT: patrika

तड़पते रहे घायल
जिला अस्पताल में आने के बाद घायल कराहते रहे। मगर उन्हें समुचित उपचार नहीं मिल सका। न तो स्ट्रेचर और न ही दवाएं क्योंकि जिस समय घायलों की भीड़ जिला अस्पताल में पहुंची तो एक डॉक्टर ड्यूटी में थे। दर्जनभर घायलों का उपचार एक डॉक्टर के भरोसे। जिससे ड्यूटी डॉक्टर को भी परेशानियों का समाना करना पड़ा ।