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अनजान मैसेज या फोन काॅल से रहें सावधान, ये आपको कर सकते हैं कंगाल

सायबर फ्रॉड से बचने संबंधी एडवाइजरी से लोगों को किया जाएगा जागरूक ......

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Cyber Crime: Be careful with unknown message or phone call

Cyber Crime: Be careful with unknown message or phone call

सिंगरौली. वर्तमान में ऑनलाइन वेब की बढ़ती उपयोगिता के साथ सायबर क्राइम में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में पुलिस प्रशासन लगातार लोगों को सावधान कर रहा है। जिले में सायबर क्राइम की रोकथाम के लिए जन-जागरूकता की जा रही है। इसी क्रम में पुलिस ने लोगों को सायबर क्राइम से बचाने के लिए कई बिंदुओं पर जानकारी दी है।

एसपी मो. यूसुफ कुरैशी ने कहा कि लोगों को सावधान रहना चाहिए। आज के समय में आधार व पैन कार्ड, बैंक खाता, एटीएम, फेसबुक फ्रेंड, धार्मिक ट्रस्ट फाउंडेशन, चौरिटी, लॉटरी, ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन गेम विभिन्न संस्थाओं, संगठनों व गवर्नमेंट एजेंसी, धार्मिक ट्रस्ट, फाउंडेशन आदि की नकल कर आम जनता को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।

ये जालसाज लोग अपने आपको गवर्नमेंट रेवेन्यू अथॉरिटीज के अधिकारी, प्रतिनिधि या हेल्थ केयर वर्कर या हेल्थ केयर ग्रुप, संस्था के प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत करते हुए इस प्रकार संदेश भेज सकते हैं। जैसे कि ये किसी सरकारी, हेल्थ केयर या अन्य किसी कानून सम्मत संस्था से आया हुआ प्रतीत हो। इससे आपसे किसी भी प्रकार की झूठी बाते एवं दावा करके ठगी करते है।

अपराध से बचने जारी की एडवाइजरी-
- एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया पर अनजान एटेचमेंट को डाउनलोड न करें।
- अनजान लिंक क्लिक न करें, फाइनेंसियल सूचना चोरी की जा सकती है।
- मोबाइल, लैपटाॅप, डेस्कटॉप पर कंट्रोल नियंत्रण भी प्राप्त किया जा सकता है।
- अपने खाते से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें।
- अपना पिन और पासवर्ड गुप्त रखें। बैंक से संबंधित पासवर्ड को सुरक्षित तरीके से बदलें और किसी को न बताएं।
- एटीएम के गार्ड या अनजान लोगों को अपना कार्ड और पिन नंबर बिल्कुल न दें।
- फोन, ईमेल, एसएमएस या किसी भी लिंक पर अपने खाते का विवरण, आइएनबी क्रेडेंशियल अर्थात आपके खाते की इंटरनेट संबंधी जानकारी, एटीएम कार्ड विवरण किसी को न दें।
- कोई भी बैंक या उनका कोई प्रतिनिधि ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड या वन टाइम एसएमएस, सुरक्षा पासवर्ड प्राप्त करने के लिए कभी भी ईमेल एसएमएस या कॉल नहीं करता है।
- हमेशा ध्यान रखें कि शाखा संपर्क विवरण प्राप्त करने के लिए गुगल सर्च इंजन पर उपलब्ध संपर्क नंबर और विवरण पर भरोसा न करें। इस उद्देश्य के लिए केवल संबंधित बैंक की अधिकृत वेबसाइट का उपयोग करें।
- धोखाधड़ी पूर्ण प्रस्तावों व घटनाओं का विवरण तुरंत स्थानीय पुलिस अधिकारियों या नजदीकी बैंक की शाखा को सूचित कर सकते हैं।
- साइबर सेफ पोर्टल भारत सरकार का अत्याधुनिक माध्यम है। जिसमें संबंधित फ्रॉड, धोखाधड़ी की सूचना टिकट के रूप में दर्ज की जाती है और विभिन्न सरकारी एजेंसी इसमें तुरंत कार्रवाई कर 3 दिनों के अंदर पैसा भी लौटा सकती है।

ऐसे हो रहे शिकार
1. सहोखर निवासी पंकज पाण्डेय सायबर ठगी का शिकार हुए। दोस्त ने मैसेज के जरिए तीन हजार रुपए की मांग की। साथ में अकाउंट नंबर भी दिया। इसके बाद पांच हजार रुपए भेजने की बात कही। दोस्त जानकर युवक ने पांच हजार रुपए ट्रांसफर कर दिया। बाद में पता चला कि फेसबुक हैक कर लिया गया था, जिसके जरिए पांच हजार रुपए की ठगी कर ली गई।

2. ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर गनियारी के लकी तिवारी के साथ 40 हजार रुपए की ठगी हुई। शॉपिंग के नाम पर युवक ने पहले बीस हजार रुपए ट्रांसफर किया। इसके बाद फिर बीस हजार रुपए की मांग की गई। जब 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिया गया तब युवक को पता चला कि उसके साथ सायबर ठगी हो गई।

वर्जन -
आम जनता से यह अपील है कि आप सतर्क और सुरक्षित रहें। जागरूकता फैलाएं। अन्य लोगों को भी सतर्क करें। पुलिस आपकी सेवा में सदैव तत्पर है। लोगों को नए तरह के क्राइम से बचने के लिए उक्त बातों का ध्यान रखना होगा। सायबर संबंधी अपराध से बचने के लिए पुलिस लगातार जागरूकता का कार्य करेगी और जगह-जगह इसके बैनर पोस्टर लगाए जाएंगे।
मो. यूसुफ कुरैशी, एसपी सिंगरौली।