
Reality of security system in govt college in Singrauli, instructions limited
सिंगरौली. नए शैक्षणिक सत्र में शासकीय महाविद्यालयों में बीएससी व बीकॉम पाठ्यक्रम शुरू होने को लेकर संशय की स्थिति बन गई है। उच्च शिक्षा विभाग महाविद्यालयों में जनभागीदारी से पाठ्यक्रम शुरू करने की बात कर रहा है, लेकिन महाविद्यालय इसके लिए तैयार नहीं हैं। उनकी ओर से विभाग स्तर पर पाठ्यक्रम शुरू किए जाने को लेकर अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। अग्रणी प्राचार्य की ओर से इस बावत विभाग को एक बार फिर से पत्र लिखा गया है।
पूर्व में मुख्यमंत्री की घोषणा के मद्देनजर शासकीय महाविद्यालय चितरंगी, शासकीय कन्या महाविद्यालय बैढऩ व शासकीय कन्या महाविद्यालय सिंगरौली में बीएएसी व बीकॉम का पाठ्यक्रम शुरू किया जाना है। इसके लिए विभाग स्तर पर प्रस्ताव भी मंगाया जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक वहां से न ही प्रवेश को हरीझंडी मिली है और न ही इ-प्रवेश पोर्टल पर महाविद्यालयों में पाठ्यक्रम ही दर्शाया गया है। नतीजा छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक परेशान है। वजह प्रवेश की मुख्य प्रक्रिया खत्म होने वाली है।
बढ़ गई प्रवेश की तिथि
शासकीय व अशासकीय महाविद्यालयों में स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम में पहले चरण के तहत प्रवेश की अंतिम तिथि 11 जून थी, लेकिन कई छात्र-छात्राओं के प्रवेश से वंचित रह जाने की स्थिति में प्रवेश की तिथि में बढ़ोत्तरी की गई है। अग्रणी प्राचार्य के मुताबिक अपग्रेडेशन के साथ प्रवेश के बावत 15 जून तक शुल्क जमा किया जा सकेगा। हालांकि सीएलसी राउंड को लेकर भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जनभागीदारी में रुचि नहीं
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से महाविद्यालयों में जनभागीदारी के तहत पाठ्यक्रम संचालन की अनुमति दी गई है, लेकिन महाविद्यालय के प्राचार्य जनभागीदारी में रुचि नहीं ले रहे हैं। अग्रणी प्राचार्य की कोशिश भी है कि पाठ्यक्रम विभाग स्तर शुरू किया जाए। अग्रणी महाविद्यालय बैढऩ के प्राचार्य डॉ. एमयू सिद्दीकी का कहना है कि बीएससी व बीकॉम पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है।
Published on:
14 Jun 2022 12:08 am
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