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राशन वितरण के लिए अब चावल की नहीं होगी कमी, दूसरे जिलों की भी करेंगे मदद

इस बार करीब साढ़े 12 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है ....

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Now there will be no shortage of rice for distribution of ration

Now there will be no shortage of rice for distribution of ration

सिंगरौली. शासकीय उचित मूल्य की दुकान से हितग्राहियों में वितरण के लिए पिछले दो वर्षों से बन रहे चावल के संकट से इस बार राहत मिलेगी। चावल के लिए अब की बार न ही दूसरे जिलों पर निर्भर रहना होगा और न ही खरीदी गई धान सड़ेगी। दूसरे जिलों की भी अब की बार मदद की जा सकेगी।

दरअसल इस बार जिले के सभी 15 धान मिलरों से न केवल अनुबंध हुआ है, बल्कि सभी ने धान की मिलिंग भी शुरू कर दी है। संभावना है कि अगले छह महीने में खरीदी गई सभी धान की मिलिंग कर ली जाएगी। इस बार करीब साढ़े 12 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है। खरीदी के साथ ही इस बार धान की मिलिंग भी शुरू करा दी गई है।

नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों की माने तो शुरुआत में धान की मिलिंग के लिए छह मिलरों के साथ अनुबंध हुआ था, लेकिन अब धीरे-धीरे कर नई मशीन की व्यवस्था करने वाले कुल 15 मिलरों के साथ अनुबंध हो गया है। अनुबंध के साथ ही सभी मिलरों ने धान की मिलिंग शुरू कर दी है। खरीदे गए 12 लाख क्विंटल धान से 8 लाख क्विंटल से अधिक चावल प्राप्त होगा। औसतन प्रति क्विंटल धान से 68 फीसदी चावल प्राप्त होता है।

कटनी से मंगवाना पड़ा था दो रेक चावल

वर्ष 2022 में भंडारण और मिलिंग की व्यवस्था नहीं होने के चलते हितग्राहियों में वितरण के लिए दो रेक यानी 48 हजार क्विंटल चावल कटनी से मंगाना पड़ा था। जबकि पिछले सीजन में धान की खरीदी इस बार की तुलना में अधिक हुई थी। भंडारण और मिलिंग की व्यवस्था नहीं होने के चलते यहां खरीदा गया धान रेक के माध्यम से चार बार रायसेन भेज दिया गया था। वर्ष 2021 में मिलिंग नहीं होने के चलते 50 फीसदी धान सड़ गई थी और चावल बाहर से मंगाना पड़ा था।

इस बार तीन लाख क्विं. अतिशेष चावल

नागरिक आपूर्ति निगम के प्रभारी आरपी पाण्डेय के मुताबिक इस बार केंद्र की प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान योजना के तहत हितग्राहियों में अतिरिक्त राशन का आवंटन नहीं आया तो यहां से चावल की दूसरे जिलों में मदद की जाएगी। वर्तमान में मिल रहे आवंटन के मद्देनजर एक वर्ष में अधिकतम 5 लाख क्विंटल चावल की जरूरत पड़ेगी, जबकि खरीदी गई धान से 8 लाख क्विंटल से अधिक चावल प्राप्त होगा। कम से कम 3 लाख क्विंटल चावल यहां वर्तमान स्थिति में अतिशेष है।

फैक्ट फाइल

12 लाख क्विंटल धान की खरीदी

08 लाख क्विंटल चावल मिलेगा

05 लाख क्विंटल चावल की मांग

03 लाख क्विंटल चावल अतिशेष

15 मिलर धान की कर रहे मिलिंग