पार्षद तस्लीम बानो ने बताया कि शहर में उनका 100 साल पुराना मकान है, जो जर्जर हालत में है और कभी भी हादसा हो सकता है। जिसकी मरम्मत की फाइल उन्होंने काफी समय पूर्व एसडीएम कार्यालय में लगा रखी है। इसको लेकर जब उपखंड कार्यालय व नगरपालिका के चक्कर काटे जाते हैं तो कोई भी कर्मचारी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे है। जिसको लेकर वे सोमवार को एक अन्य महिला पार्षद संतोष कंवर के साथ उपखंड कार्यालय पहुंची थी। जहां एसडीएम कार्यालय में मौजूद संविदा कर्मचारी डूंगर सिंह के संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर उन्होंने एसडीएम से मुलाकात के लिए समय मांगा, लेकिन एसडीएम ने एक घण्टे इंतजार करवाने के बाद मीटिंग में व्यस्त होने की कहकर मुलाकात से इंकार कर दिया। ऐसे में नाराज दोनों पार्षद बिना बुलाए चेंबर में घुसकर समस्याएं बताना चाहती थी। महिला पार्षदों ने बताया कि अपनी समस्याएं बताने के लिए वे एसडीएम के चेंबर में घुसी तो एसडीएम राहुल जैन नाराज हो गए और उन्होंने अन्य कर्मचारियों को बुलाकर बिना बुलाए चेंबर में प्रवेश करने को लेकर बाहर निकालने के आदेश दिए।
महिला पार्षदों का अरोप है कि पुरुष कर्मचारियों ने उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया। पार्षद बानो ने बताया कि महिलाओं का सम्मान नहीं करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की अब शिकायत राज्य सरकार को की जाएगी।
एसडीम राहुल जैन बोले-किसी ने धक्का नहीं दिया महिला पार्षदों के आरोप के बाद उपखंड अधिकारी राहुल जैन ने पत्रिका को बताया कि यह दोनों महिला पार्षद शाम 6.30 बजे उपखंड कार्यालय पहुंची थी। तब वे बाहर कर्मचारियों से जबरन चेंबर में घुसने के लिए बहस करने लगी। ऐसे में जब कर्मचारियों द्वारा उन्हें कहा गया कि अंदर मीटिंग चल रही है, बावजूद इसके वे जबरदस्ती चेंबर में घुस गई। एसडीएम जैन ने कहा कि उस वक्त वे निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे, तो उन्हें बताया गया कि आप सुबह मिलने आ सकते हैं। एसडीम जैन ने बताया कि शाम 7.15 बजे तक वे पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ मीटिंग में व्यस्त थे। इन महिला पार्षदों का वहां पहुंचने का समय भी सही नहीं था, फिर भी उन्हें कहा गया था कि वह कल सुबह 11 बजे तक आ जाना। एसडीएम कार्यालय में महिला पार्षदों के साथ किसी भी तरह की धक्का.मुक्की या बदसलूकी जैसी घटना नहीं हुई है। कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। उनमें देखा जा सकता है।
एसडीएम निजी व्यक्ति के साथ मीटिंग कर रहे थे। मैं अल्पसंख्यक समुदाय के साथ एक महिला पार्षद भी हूं। महिला जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह का व्यवहार सही नहीं है। इसकी शिकायत मैं उच्च अधिकारियों सहित महिला आयोग को की है। सरकार को भी करूंगी।
तस्लीम बानो, कांग्रेस पार्षद नगर पालिका माउंट आबू मेरे चेंबर में कोई निजी व्यक्ति नहीं था। पीडब्ल्यूडी के एईएन संचेती से मीटिंग चल रही थी। सरकारी योजनाओं को लेकर हम रिव्यू बैठक कर रहे थे। महिला पार्षदों के सारे आरोप झूठे व निराधार है। पूरा ऑफिस सीसीटीवी कैमरे की जद में है। पार्षद तो क्या हम आमजन की समस्या भी गंभीरता से सुनते हैं।
राहुल जैन, उपखंड अधिकारी माउंट आबू मैंने इनको इनकी फाइल के बारे में संतोषप्रद जवाब दिया था। मेरे साथ भी इन लोगों ने बदसलूकी की है। हर बार बोर्ड की बैठक में भी हंगामा कर हमारे ऊपर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। मैं कानून के दायरे में रहकर कार्य करता हूं। यह जबरदस्ती उनकी फाइलों में कार्य करवाना चाहते हैं। हम गलत कार्य नहीं करते। आरोप निराधार हैं।
डूंगर सिंह, कर्मचारी, एसडीम कार्यालय, माउंट आबू