मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत राजकीय विद्यालय में पहली से आठवीं तक विद्यार्थियों को दूध पिलाया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022-23 के बजट में इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने, राजकीय विद्यालयों में नामांकन में वृद्धि और ड्रॉप आउट रोकना है।
कक्षा 1 से 5वीं तक 150 और 6 से 8वीं तक 200 मिलीलीटर दूध जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक भंवर सिंह ने बताया कि योजना के तहत राजकीय विद्यालयों व विशेष प्रशिक्षण केन्द्रों आदि में अध्ययनरत बच्चों को पाउडर से तैयार दूध सप्ताह में दो दिन उपलब्ध कराया जाएगा। इन दिनों में अवकाश होने पर अगले शैक्षणिक दिवस को दूध मिलेगा। कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को 150 मिलीलीटर और कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों को 200 मिलीलीटर दूध दिया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय में विद्यार्थियों को निर्धारित दिनों में प्रार्थना सभा के बाद दूध उपलब्ध कराया जाएगा। इधर, योजना के प्रभावी एवं सुव्यस्थित संचालन के लिए जिला स्तर पर जिला कलक्टर, ब्लॉक स्तर पर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत प्रारंभिक एवं विद्यालय स्तर पर प्रबंधन समिति योजना की प्रभावी मॉनिटरिंग करेंगे।
इन्होंने बताया … प्रदेश में पूर्व में चल रही दूध योजना को बंद कर दिया गया था, जिसे पुन: प्रारंभ किया गया है, यह अच्छी बात है। बाल गोपाल दूध योजना के अन्तर्गत मंगलवार एवं शुक्रवार को ही दूध वितरण किया जाएगा, जबकि सभी दिवसों में दूध वितरण करने का प्रावधान करना चाहिए ।
डॉ उदय सिंह डिगार, प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान समग्र शिक्षक संघ राजस्थान सरकार द्वारा विद्यालयों में 15 नवम्बर से प्रारम्भ बाल गोपाल दुग्ध योजना विद्यार्थियों के मानसिक एवं शारीरीक विकास में लाभकारी एवं स्वास्थ्यवर्धक सिद्ध होगी।
धर्मेंद्र गहलोत, मुख्य महामंत्री, राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील