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लड़कियों की मानव तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश, पहले गंदा काम, फिर करते ऐसा धंधा

locationसिरोहीPublished: Jul 20, 2022 12:19:10 pm

Submitted by:

santosh

राजस्थान पुलिस ने नाबालिग किशोरियों का अपहरण कर उनके साथ बलात्कार करने एवं मानव तस्करी कर मानव का दुर्व्यापार करने के रैकेट का पर्दाफाश किया है।

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राजस्थान के सिरोही जिले की पिण्डवाड़ा पुलिस ने पिण्डवाड़ा के आसपास के क्षेत्रों की नाबालिग किशोरियों का अपहरण कर उनके साथ बलात्कार करने एवं मानव तस्करी कर मानव का दुर्व्यापार करने के रैकेट का पर्दाफाश किया है। रैकेट में शामिल में एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं। तीनों आरोपी गुजरात के मेहसाणा, गांधीनगर व पाटण जिले के हैं। जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र शर्मा के निर्देशन में पिण्डवाड़ा वृताधिकारी के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई।

मानव तस्करी के मामले में पिण्डवाड़ा पुलिस ने गुजरात में मेहसाना जिले के खेरालू थानान्तर्गत मलिकपुर निवासी रमीला उर्फ रमी पत्नी दशरथसिंह ठाकोर, गांधीनगर जिले के माणसा थानान्तर्गत बिलोदरा (हाल उदयपुर जिले के बेकरिया थानान्तर्गत क्यारी-लुहारचा के पास) निवासी वीनूज उर्फ वनराज पुत्र दलपुजी ठाकोर, पाटण जिले के सिद्धपुर थानान्तर्गत कहोडा निवासी दलपत उर्फ गणपतिया पुत्र पुलाभाई रावळ योगी को गिरफ्तार किया हैं। मानव तस्करी के मामले में पिण्डवाड़ा सर्किल के पुलिस उपअधीक्षक जेठूसिंह करनोत, हैड कांस्टेबल मोमराज, महिला हैड कांस्टेबल सुमन, कांस्टेबल अभयसिंह, अमरसिंह, रवि कुमार, लोकेश कुमार, पंकेश कुमार, भोमाराम, देवीसिंह, महिला कांस्टेबल वीनू पचार ने कार्रवाई को अंजाम दिया।

गत 10 जुलाई को एक व्यक्ति ने पिण्डवाड़ा पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी नाबालिग पुत्री एवं अन्य पुत्री को आरोपियों ने काम पर लगाने के बहाने झांसा दिया। उन्हें बहला फुसलाकर उनके साथ बलात्कार किया। फिर आगे दलालों के मध्याम से बेचने का सौदा कर लिया। जिस पर मामला दर्ज कर जांच पिण्डवाड़ा सीओ जेठूसिंह करनोत के हवाले की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ममता गुप्ता ने एएसपी देवेन्द्र शर्मा के निर्देशन में उक्त रैकेट का शीघ्र खुलासा करने के लिए सीओ जेठूसिंह करनोत के नेतृत्व में टीम गठित की। सीओ व टीम ने मामले में पीडिताओं के ब्यान दर्ज किए। घटनास्थल का मौका-मुआयना किया। तथाकथित आरोपियों की तलाश कर उनसे पूछताछ की।

तकनीकी एवं मनोवैज्ञानिक तरीके से जांच की तो रैकेट से जुड़े तथ्य सामने आए। पता चला कि वीनूज उर्फ वनाराम, रमीबेन व अन्य दलाल मिलकर पिण्डवाड़ा के आसपास क्षेत्रों की आदिवासी भोली-भाली किशोरियों को बहला-फुसला कर शादी करवाने के बहाने गुजरात में बेचने का धंधा करते हैं। अभियुक्त वीनूज उर्फ वनाराम पीड़िताओं को अपने साथ में रखता और लगातार उनके साथ बलात्कार करता था। जिस पर मामले में अभियुक्त रमीबेन, वीनूज उर्फ वनराज व गुजरात में दलाली का काम करने वाले दलपत उर्फ गणपतिया को दबोचकर गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों से गहन पूछताछ में बड़े पैमाने पर अन्य दलालों के माध्यम से आदिवासी किशोरियों को बहला-फुसला कर शादी के लिए गुजरात में बेचने का धंधा करने वाले लोगों के बारे में खुलासा करने तथा उन्हें भी गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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